#सब एक समान नही रहता

अपना रुबाब
कुछ इस तरह बनाईये कि
कल भी उसका सामना
उस तरहकर पाओ
क्योंकि
सब एक समान नही रहता
हो सकता है
जो आज तुम्हारा है
वो कल उसका हो जायें

-Vaishnav

Hindi Poem by Vaishnav : 111647782

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