तोतलिसी मां मेरी वाणी,
उसको तू संवार दे।
नित करूं गुणगान तुम्हारा,
यह वर दे मां शारदे......

सभी सादर स्नेहीजनों को,
वसंत पंचमी की हार्दिक बधाई।
आप सबका जीवन सदा खुशियों के रंगों से हराभरा रहें।


- "लिहाज"

Hindi Poem by Bhumika Gadhvi अद्रिका : 111662102

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