उसे ईश्वर सा सम्मान देते हैं हम
पर उसे पाना नहीं चाहते
न उनके जीवनसाथी होने या न होने का
सुख या दुःख का भाव है मन में
❣️
इतनी इच्छा पाल रखीं है कि
वो अपने मंदिर की सिढियों पर से गुजरे
तो
...
उन्हें हमारी प्रतीक्षा करती आंखों की प्रतीक्षा हो
...
उनकी इकलौती इच्छा बन जाऊँ
❣️
...Abhipsha...