जो मा-बाप, अपने संतानके पैदा होते ही, अपनी सारी खुशियां, सारी शक्तियां
उस संतान की, खुशहाल जिंदगी के लिए लगा देते हैं.
और तो और
उन दोनो के बीच के प्यार को भी, वह भूल जाते हैं.
तो ऐसी संतान, उसके कुछ समय के प्यार, या फिर उस प्यार में मिली असफलता के लिए,
ऐसे मा-बाप को कैसे भूल सकता है ?
कैसे छोड़ सकता है ?
-Shailesh Joshi