हाल पूछने मत आना धाव भर गए हैं
रिस्तोकी दुहाई मत देना जजबात मर गए हैं
नही रुकती जिंदगी अब कीसीके जाने से
जो चले गए है जिंदगीसे वो अब दीलसे भी ऊतर गए हैं

-Daxa Bhati

Hindi Shayri by Daxa Bhati : 111814746

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