किस मोड़ पर रुकते हर मोड़ पर तुम नजर आते
जिस ओर नजर घुमाते दरवाजे पर तुम दिख जाते
प्यार की ऐसी रस्में कब तक रहेंगे हम यों निभाते
बेवफाई के दौर में भी देखों ख्याल तुम्हारे ही आते
✍️ कमल भंसाली

-Kamal Bhansali

Hindi Shayri by Kamal Bhansali : 111818023

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