जब शब्दों से इश्क़ हुआ
हम दर्द को भुल गए,,
दुख-दर्द में उलझी जिंदगी
को, कलम से बहते अल्फाज़ो से सुलझा लिए..
शब्द बने मरहम.. शब्द ही
बने दिल का सुकून..
हम शब्दों के साथ खेल गए..
जब इश्क़ हुआ शब्दों से,
हम शब्दों में घुल गए..
रहा न एहसास अकेले होने का, शब्दों में हमने
दिल के सारे जज़्बात बाँद
दिए..!!
-Kalpna