हमारे द्वारा किया हुआ पुरूषार्थ ही हमारे भाग्य
का निर्माण करता है,
साक्षात ईश्वर भी पुरूषार्थहीन व्यक्ति को कुछ देने के अधिकारी नहीं होते हैं!
"जय श्री कृष्णा"
🙏सुप्रभात🙏

-SMChauhan

Hindi Good Morning by SMChauhan : 111859000
Ruchi Dixit 1 year ago

बाकी तो सही है लेकिन ईश्वर का अधिकार किसने तय कर दिया | ईश्वर हमेशा वही देते है जो कर्मो के बस मे नही होता अर्थात वह जब देने पर आता है तो कर्मो का तराजू ही लेकर नही बैठता वह करुणा , प्रेम और ममता लेकर भी बैठता है | हाँ पर वह अपने ही बनाये नियम तोड़े यह उसकी मर्जी होनी चाहिए | सबके अधिकार ईश्वर ने निश्चत किये है | अधिकार ईश्वर की सीमा मे है ईश्वर अधिकार सीमा मे नही | आपके विचार साकारात्मक , उत्तम है किन्तु समीक्षा पाठक का कर्तव्य 🙏

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