प्यार की स्याहीं सें लीख दु में “दुनिया”
मेरी वो दुनिया तुम ही हो।
करूँ महोब्बते इज़हार अगर
तो वो इकरार तुम हो।
लीख दु हसी मेरे होठों पे
तो वो हसी भी तुम हो।
सुनु जो दिल को मेरे
तो उसकी धड़कन तुम हो।
मेरे हाथो की लकीरो में
मेरे श्रृंगार में बस तुम हो।
और क्या कहु में तुमसे
मेरां तो सबकुछ तुमहीं हो।