She - तुमने कभी मेरी तारीफ नही की , मुझे भी तो पता चले कि तुम्हे मुझमें क्या पसंद है , तुम तो शायर हो , कभी एक शायरी ही लिख देते मेरे लिए।
He - मुझे लगता था, ईश्वर के पास अब फुर्सत नहीं अच्छे लोग बनाने के लिए
तुम मिले तो लगा तुम्हे बनाने में उन्होंने ज्यादा दिन लगाए होंगे ।
बहुत सोचा होगा , दुनिया के सारे नायाब रत्न मिलाकर तुम्हारा दिल बनाया होगा
फूलों की महक से तुम्हारा चेहरा बनाया होगा
फिर उसे घाटियों की गंभीरता से सजाया होगा।
समंदर की गहराइयों से तुम्हारा व्यक्तित तराशा होगा
लेकिन आग की चिंगारियों से विचारों को तपाया होगा
She - लड़की के लिए शायरी और सुंदरता के एक भी शब्द नहीं , क्या मैं इतनी बुरी हूं ?🥺
He - मैं गर लिख दूंगा तुम्हारी सुंदरता पर तो तुम्हारी शख्सियत आम हो जाएगी ।
तुम्हारे किरदार की खूबियां लोगों तक नही जाएगी ,
तब तुम भी पढ़ी जाओगी किसी वासना की तरह
मैं लिखूंगा तुम्हारी चेतना, तुम्हारे व्यक्तित की छाप लोगों के हृदय में छप जाएगी
........ मौन🔥