एक दाने का सबक 🌽
एक बूढ़ा किसान अपने पोते को खेत में ले गया।
उसने मकई का एक छोटा-सा बीज मिट्टी में डालते हुए कहा –
“देख बेटा, यह सिर्फ़ एक दाना है। अगर मैं इसे खा लूँ, तो बस पेट भर जाएगा।
लेकिन अगर मैं इसे धरती को दे दूँ, तो कुदरत मुझे बदले में पूरा भुट्टा लौटाएगी।”
कुछ महीनों बाद खेत सुनहरी मकई से लहलहा उठा।
पोते ने हैरानी से कहा –
“दादा, एक दाने से इतना सारा!”
किसान मुस्कुराया –
“यही कुदरत का नियम है, बेटा। जो भी दोगे – चाहें दाना, दया, प्रेम या मदद – वो कई गुना बढ़कर तुम्हें लौटेगा।”
-Nensi Vithalani