दिल के रहस्य - Dil ke Rahasya❤️ दिल के रहस्य – पार्ट 5
शीर्षक: खतरा और दिल की दास्तान
जैसे ही अजनबी नज़दीक आया, नीरव ने आर्या का हाथ कसकर पकड़ा और उसे कैंटीन के पीछे छुपा लिया। दिल की धड़कनें तेज़ थीं, और डर साफ़ महसूस हो रहा था।
“आर्या, अब संभल कर!” नीरव ने फुसफुसाया।
अजनबी ने नीरव की तरफ घूरते हुए कहा, “तुम्हारे राज़ को अब छुपाना मुश्किल होगा। मैं तुम्हें चेतावनी दे रहा हूँ।”
आर्या ने महसूस किया कि नीरव का डर वास्तविक था। लेकिन उसी समय, नीरव ने उसे धीरे से अपनी ओर खींचा। उनके चेहरे बहुत करीब थे, और डर के बीच रोमांस की हल्की चमक भी थी।
नीरव ने धीरे से कहा, “आर्या, तुम्हें सब सच बता दूँ?”
आर्या ने हौले से सिर हिलाया। “हां… मुझे जानना है।”
नीरव ने अपना पहला राज़ खोला:
> “मेरी फैमिली पर कभी हमला हुआ था, और मैं हमेशा सतर्क रहता हूँ कि वही खतरा मुझे और मेरे दोस्तों तक न पहुँचे। यही कारण है कि मैं बहुत कुछ छुपाता हूँ। लेकिन अब मैं चाहूँगा कि तुम मेरी कहानी का हिस्सा बनो।”
आर्या के दिल में डर और विश्वास दोनों उमड़ रहे थे। उसने नीरव का हाथ कसकर पकड़ा और कहा, “मैं तुम्हारे साथ हूँ, चाहे कुछ भी हो।”
अजनबी ने देखा कि नीरव अकेला नहीं है। वह कुछ पल ठहरा, फिर धीरे-धीरे वहां से चला गया।
आर्या और नीरव की नज़दीकियाँ बढ़ चुकी थीं, लेकिन खतरा अभी भी छुपा हुआ था।
क्या अजनबी फिर लौटेगा? और क्या आर्या और नीरव इस खतरे का सामना कर पाएंगे?