"तूने धोखा दिया तो हैरानी नहीं हुई,
हैरानी इस बात की हुई…
कि जिस मोहब्बत पर मैंने जान भी न्यौछावर की,
उसी को तूने सबसे सस्ता समझ लिया।
तू मुस्कुरा कर चला गया,
और मेरी रूह तक खामोश हो गई।
तेरे कदमों की आहट आज भी सीने में गूंजती है,
जैसे तू हर बार मुझे छोड़कर ही जाना चाहता हो।
मैंने तेरे लिए रातें जागकर काटीं,
तूने किसी और के लिए मुझे भुला दिया।
मैंने तेरे नाम पर दुनिया छोड़ी,
तूने मेरे नाम तक को पराया बना दिया।
मेरी मोहब्बत तेरी ज़रूरत थी,
और तेरी मोहब्बत… बस एक मज़ाक।
मैंने हज़ार बार टूटकर भी तुझे चाहा,
और तूने एक बार भी मुड़कर नहीं देखा।
अब मैं नहीं रोता, बस जहर-सी खामोशी पीता हूँ,
तेरी यादों के हर जख्म को हंसकर सीता हूँ।
तू खुश रहे अपनी दुनिया में…
मैं तो बस इतना जानता हूँ—
तूने दिल नहीं तोड़ा… तूने मुझमें जीती हर उम्मीद को मार दिया।"
- kajal jha