तुम्हे तुमसे भी ज्यादा चाहने लगा हूं!!
तुम्हे तुमसे भी ज्यादा चाहने लगा हूं
ना चाहकर भी मै तेरा होने लगा हूं
जानता हूं बहुत कठीन है रास्ते मोहब्बत के
फिर भी मै तेरे सपने सजाने लगा हूं।
तुम्हे तुमसे भी ज्यादा चाहने लगा हूं
तुझे अपने ख्वाबों में पाने लगा हूं
तुम समझो या ना समझो
तुम्हे अपनी पलकों में बिठाने लगा हूं।
तुम्हे तुमसे भी ज्यादा चाहने लगा हूं
इस फरेबी जमाने को भी समझने लगा हूं
तू हर जनम में सिर्फ मेरी हो
ये कृष्णा से मागने आजकल मन्दिर जाने लगा हूं।
तुम्हे तुमसे भी ज्यादा चाहने लगा हूं
तेरी हर सांस में समाने लगा हूं
तुझे अपना बनाने के लिए
मम्मी पापा को कुछ बताने लगा हूं।
तुम्हे तुमसे भी ज्यादा चाहने लगा हूं
तुम्हारी आंखों में समाने लगा हूं
तुम इक दिन मेरे साथ होगी
ये पूरी कायनात को सुनाने लगा हूं।
तुम्हे तुमसे भी ज्यादा चाहने लगा हूं!
"कृष्णा उसकी लकीरों में मेंरी किस्मत लिखना
मेरे नसीब में उसकी बेइंतहा मोहब्बत लिखना
वो हर जन्म हर कायनात में सिर्फ मेरी हो
मेरी हर धड़कन को उसकी जिंदगी लिखना"