पत्थर लोग , पत्थर को भगवान नहीं मानते !
जो मानते हैं ! वो उनसे मिन्नतें करते रहते हैं।
जो लोग दुनिया के सामने बेखौफ बने फिरते हैं !
अकेले में खुदकी परछाई से भी डरते रहते हैं।
कैसे बताए , कैसी उलझन में जी रहे है इन दिनों ,
कितना कमाते है ! ये कहने से भी डरते रहते हैं।
अब पता चला लोग परिंदों को कैद क्यों करते है।
जो कैद में होते हैं , वहीं दूसरों को कैद में रखते हैं।
जिस परिंदे को प्यार से तुमने पिंजरे में रखा है ,
तुम्हे क्या मालूम , कैसे खुदको वो जिंदा रखते हैं।