बादलों में घर है
उसमें मेरे पापा है
बादलों को देखकर
आंखों में आसूं है
बादलों के घर में से
देखते है मेरे पापा
फिर बादलों की गर्जना
बारिश की बूंदें है
बूंदें मेरे हाथों में
साथ में पापा की यादें हैं
बादलों के घर में
उसमें मेरे पापा है
कहता है बादल
मेघधनुष की आंखें हैं
सारे कायनात में
सब से अच्छे मेरे पापा थे
आज भी दिलों में
उसकी हमें यादें हैं
बादलों के घर में
उसमें मेरे पापा है
- कौशिक दवे
Happy Father's Day