हिंदी शायरी:
हौसला मत छोड़, रास्ते बनाते जा,
मंजिल दूर है, पर तू थक मत जाना।
कदम बढ़ा, राह खुद बनाते जाना,
अंधेरों से डर मत, चिराग जलाते जाना।
हर गिरावट से सीख ले, उठ खुद को संभाल,
ज़मीन पे गिरना तो, आसमान को छूने का असल हल।
सपने हैं तेरे बड़े, बस जूनून की चाबी,
हर मुश्किल को पार कर, अपनी तक़दीर लिख।
कभी सोच मत, क्यों मैं? बस कर, क्यों नहीं?
सफलता उसी की दस्तक, जो खुद से लड़ता है सच्ची।
मेहनत की महक से, तेरा आंगन खिल जाएगा,
जितनी बार गिरेगा, उतनी बार नया जूनून जगाएगा।
ज़िंदगी एक जंग है, जीत का जूनून ले साथ,
हर सुबह नई उम्मीद, हर रात नई बात।
जो कभी हार ना माने, वो बन जाता है सितारा,
तेरा भी वक्त आएगा, बस बढ़ते रहना ये सहारा।
कोशिश कर, हार मत मान, सपनों को तू गले लगा,
मंज़िल मिलती है उन्हे, जो रातों को दिन समझ कर जागते रहा।