♥️♥️
पागल बनी सी फिरती हूं....
बात किसी की ना मानू कोई ..
कितना भी बहका ना चाहे..
पर बातों में किसी की ना आई..
किसी से मैं कह ना सकी ...
उस शख़्स की मैं हुई दीवानी ...
खुद मुझे विश्वास नहीं ...
यह बात हुई है बड़ी पुरानी ..
किस्मत ने बहुत पहले ही लिखी अधूरी मेरी कहानी..
फिर भी मैंने मुकद्दर की बात न मानीं ..
जब मिलने की कोई आस न दिखी तो मैंने बा दस्तूर ख्यालों में मिलने की ठानी ..♥️♥️