रूह तक उतर गया
वो पहली नज़र जब तुमसे मिली,
जैसे वक्त भी थम सा गया।
खामोशियों में बातें हुई,
और दिल ने धीरे से तेरा नाम लिया।
हर मुस्कान में तेरी झलक दिखी,
हर ख़ामोशी में तेरी आवाज़ गूंजती रही।
कुछ चाहतें दिल में रह जाती हैं,
कुछ यादें रूह तक उतर जाती हैं।
सादगी में पनपा वो प्यार,
जिसने हर एहसास को रंग दिया।
नज़र से दिल तक की ये राहें,
शब्दों से नहीं, बस एहसासों से बनती हैं।
हर कहानी में मैं तुझे ढूँढती रही,
हर अल्फ़ाज़ में तेरा अक्स पाती रही।
और मैं लिखती रही,
तेरी यादों को, तेरे एहसासों को,
ताकि कभी ये कहानी अधूरी न रह जाए।
कभी सोचा नहीं था कि कोई
इतना अंदर तक उतर जाएगा।
पर जब रूह भी पहचान लेती है प्यार को,
तो दिल बस उस रास्ते पर चल पड़ता है।
-Payal