कितनी अजीब बात है ना... बचपन जहाँ खेल और खिलौनों का होना चाहिए, वहाँ कुछ बच्चों के हिस्से सिर्फ ताने, ज़िम्मेदारियाँ और रोने की मनाही आती है। क्यों? क्योंकि वो "लड़का" है। लड़का यानी वो, जिसे बचपन में भी यह कह दिया जाता है— "मर्द बन, रोता क्यों है?" "तू क्या लड़की है?" "तुझे तो परिवार संभालना है, अब से ही सीख!" लेकिन क्या कभी किसी ने उससे पूछा कि, "क्या वो तैयार है इतना कुछ सहने के लिए?"
लड़का होना आसान नहीं होता - भाग 1
अध्याय 1: बचपन का बोझ(आयुष की कहानी)---"लड़कों को बचपन में ही मर्द बना दिया जाता है, जबकि वो भी एक बच्चा होता है..."---️ प्रस्तावना (Emotional Opening)कितनी अजीब बात है ना...बचपन जहाँ खेल और खिलौनों का होना चाहिए,वहाँ कुछ बच्चों के हिस्से सिर्फ ताने, ज़िम्मेदारियाँ और रोने की मनाही आती है।क्यों?क्योंकि वो "लड़का" है।लड़का यानी वो, जिसे बचपन में भी यह कह दिया जाता है—"मर्द बन, रोता क्यों है?""तू क्या लड़की है?""तुझे तो परिवार संभालना है, अब से ही सीख!"लेकिन क्या कभी किसी ने उससे पूछा कि,"क्या वो तैयार है इतना कुछ सहने के लिए?"--- आयुष की सच्ची सी ...Read More
लड़का होना आसान नहीं होता - भाग 2
किताब: मैं लड़का हूँ, पर पत्थर नहीं अध्याय 2: "रोना मना है" — 'लड़के नहीं रोते' की झूठी सीख--- (Emotional Opening)"तू लड़का है...रोने की क्या ज़रूरत?""क्या तू लड़की बन गया है?""मर्द बन! आँसू तुझे शोभा नहीं देते..."कभी किसी ने सोचा है कि"अगर लड़के रो नहीं सकते,तो क्या उनके अंदर दर्द नहीं होता?"क्यों हमारे समाज ने "आँसू" को कमज़ोरी से जोड़ दिया है — और वो भी सिर्फ लड़कों के लिए?इस अध्याय में हम जानेंगे,कि कैसे एक छोटी सी सीख — "लड़के नहीं रोते" —एक लड़के की पूरी ज़िंदगी बदल सकती है।--- आरव की कहानी – एक 13 साल ...Read More
लड़का होना आसान नहीं होता - भाग 3
Chapter 3: घर की दीवारों के पीछे(एक लड़के की चुप्पी, एक टूटती आत्मा)---घर... एक ऐसा शब्द जो अपने आप एक गर्माहट और सुरक्षा की भावना जगाता है। जहाँ मां की ममता हो, पिता की छाया हो, भाई-बहनों की मुस्कान हो, और दीवारें हर भाव छुपाकर रख सकें।पर क्या हर घर ऐसा होता है?या फिर कुछ घरों की दीवारें केवल गवाह होती हैं — चुप रह जाने वाले लड़कों की चुप्पियों की?यह कहानी है आरव की। एक ऐसा लड़का जिसे बचपन में किसी चीज़ की कमी नहीं थी... सिवाय एक चीज़ के — इमोशनल अपनापन।--- “तू लड़का है... रोता क्यों ...Read More