सूरज धीरे-धीरे डूब रहा था, और समंदर के किनारे पर सुनहरा रंग बिखर रहा था। लहरें आराम से किनारे से टकरा रही थीं, जैसे कह रही हों कि दुनिया तो चलती ही रहेगी, चाहे दिल कितना भी टूट जाए। खुशी अकेली एक बेंच पर बैठी थी, घुटनों को सीने से चिपकाए, स्कूल यूनिफॉर्म गंदी और आंसुओं से गीली। बाल हवा से उलझे हुए, आँखें सूजी हुईं, और होंठ हर सांस के साथ कांप रहे थे। इस पल में वो किसी की क्लासमेट नहीं थी, ना ही वो चुप-चाप सी लड़की जो क्लास के पीछे बैठती है। बस एक टूटा हुआ दिल था, जो मुश्किल से संभल रहा था। पास ही एक कार आके रुक गई, जोर से ब्रेक की आवाज़ हुई।
मेरा विलेन - मेरा प्यार - 1
सूरज धीरे-धीरे डूब रहा था, और समंदर के किनारे पर सुनहरा रंग बिखर रहा था। लहरें आराम से किनारे टकरा रही थीं, जैसे कह रही हों कि दुनिया तो चलती ही रहेगी, चाहे दिल कितना भी टूट जाए। खुशी अकेली एक बेंच पर बैठी थी, घुटनों को सीने से चिपकाए, स्कूल यूनिफॉर्म गंदी और आंसुओं से गीली। बाल हवा से उलझे हुए, आँखें सूजी हुईं, और होंठ हर सांस के साथ कांप रहे थे। इस पल में वो किसी की क्लासमेट नहीं थी, ना ही वो चुप-चाप सी लड़की जो क्लास के पीछे बैठती है। बस ...Read More
मेरा विलेन - मेरा प्यार - 2
सूरज आज कुछ ज्यादा ही चमक रहा था, जैसे उसने इंस्टाग्राम फिल्टर चुरा लिया हो। स्कूल के गलियारे छुट्टियों बाद की चटपटी गपशप से गूंज रहे थे। और हमारी खुशी? वो तो अपनी दुनिया की सुपरस्टार थी—शांत, किताबों में खोई, हमेशा क्लास की आखिरी पंक्ति में, एक जंगल जैसे पौधे के पीछे छिपकर बैठने वाली। उसका मिशन? बिना किसी की नजरों में आए, बिना बकबक किए दिन निकालना। बस, थोड़ी-सी शांति, भगवान जी, प्लीज!लेकिन तभी—धड़ाम!घंटी बजी, जैसे कोई भूतनी ने तीन कॉफी पीकर माइक पकड़ लिया हो। नया सेमेस्टर शुरू। क्लास में हंसी-मजाक और अफवाहों का तूफान।“नया टीचर आया ...Read More