डिअर सर........2 puja द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Dear Sir by puja in Hindi Novels
वो उमस भरी गर्मियों के गुजरने के दिन थे। नहाकर बाथरूम से बाहर निकलो तो दोबारा पसीने से नहाना हो जाता। पानी से इतनी ठंडक महसूस नहीं होती थी जितनी पसीने...