13वी मंज़िल का दरवाज़ा - 2 Mano Ya Na Mano द्वारा Thriller में हिंदी पीडीएफ

13vi Manzil Ka Darwaza by Mano Ya Na Mano in Hindi Novels
"साहब, इस बिल्डिंग में बारह ही मंज़िलें हैं। तेरहवीं कभी बनी ही नहीं।"
वॉचमैन की आवाज़ में न जाने कैसा कंपन था जो विशाल को बेचैन कर गया।

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