"हम अब सीधा युद्ध नहीं चाहते।अगर तुम हमारे अंतिम दूत से बात कर सको,और उसकी आत्मा को छू सको,तो हम हमेशा के लिए लुप्त हो जाएँगे।पर शर्त यह है —तुम्हारे चार में से एक को अंतिम बलिदान देना होगा।"अर्जुन ने अनाया की ओर देखा।ओजस ने माँ की उंगलियाँ थामीं।शल्या एकटक आकाश की ओर देख रही थी।किसी ने कुछ">

महाशक्ति - 48 Mehul Pasaya द्वारा Mythological Stories में हिंदी पीडीएफ

MAHAASHAKTI by Mehul Pasaya in Hindi Novels
वाराणसी की तंग गलियों में अर्जुन का छोटा सा घर था, जहाँ वह अपनी पत्नी सुमन और छह साल के बेटे मोहन के साथ रहता था। एक साधारण मजदूर, जो सुबह काम पर जाता...