पवित्र बहु - 3 archana द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

Pavitra Bahu by archana in Hindi Novels
रात गहरा चुकी थी। चाँदनी खिड़की से भीतर गिर रही थी, लेकिन कमरे के माहौल में एक अनकही बेचैनी थी।

चित्रा की नींद गहरी थी, चेहरे पर मासूमियत… पर दिव्य...