Wo Tum the ??? - 1 in Hindi Horror Stories by Darshana books and stories PDF | वो तुम थे??? - 1

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वो तुम थे??? - 1

सर सर्र की आवाज़ से तूफानी हवाओं की बढ़ती गति से और काले बादलों में चांद के बार बार छिप जाने से माहौल और डरावना हो गया है। चांद के साथ जैसे रात को भी ग्रहण लग गया है। न्यूज़ में साफ चेतावनी दी जा रही है कि सभी घर पर रहे क्योंकि मौसम बहुत तेजी से खराब हो रहा है।

इस न्यूज़ को देखकर हर किसी के इस माहौल में रोंगटे खड़े हो जाएं। कोई घर से बाहर ना जाए। पर रोंगटे के भी रोंगटे खड़े कर दे ऐसी हिम्मत इस कहानी में रखने वाली सिर्फ एक है और वो है शिवल्या। रात के 11 बजे बज चुके है पर उसकी आंखो में हिम्मत की चमक जरा भी उतरी नहीं है। पर कोई है जो उसके इंतजार में खड़ा है।
कौन है वो???????????

जवाब मिलेगा अगले भाग में........................


अगला भाग:-

रात के करीब ग्यारह बज चुके है। शिवल्या जो कि गोरे रंग की लंबी कद काठी वाली लड़की है, अपने काम के लिए अपनी जिंदगी को भी रिस्क में डालने को तैयार है।

नए नए खतरों में नई नई उम्मीदें तलाशती शिवल्या की निगाहों की तरह किसी और की भी निगाहें जंगल में किसी को तलाश रही है। पर वो कौन है उससे पर्दा उठना अभी बाकी है।

शुरुआत..............
25 मई २०००

मैंने कहा मेरा पीछा छोड़ दो। मै तुम्हारी सच्चाई जान चुकी हूं। यू आर लायर। स्टुपिड। तुम एक इंसान नहीं हो हैवान हो। :-एक लड़की ने चीखती आवाज़ में कहा।

मेरी बात तो सुनो। तुम गलत समझ रही हो। तुमने जो देखा वो सच नहीं है। शांत हो जाओ:- एक सुंदर आदमी ने लड़की से कहा।

शांत हो जाओ। ये तुम कैसे कह सकते हो!!! तुमने मेरी लाइफ 360 डिग्री के एंगल पर ऐसी घुमा दी है कि सब बर्बाद हो चुका है। अब कहां जाऊ मैं क्या करू?? लड़की रोते हुए बोली।

तुम्हारा क्या मतलब है कि जाना कहां है?? देखो तुम कहीं जा वा नहीं रही हो। सुना तुमने। मै तुम्हे कहीं जाने नहीं दूंगा।:- लड़के ने डर और रोब भरे हाथो से लड़की के हाथो को छूते हुए कहा।

हाथ दूर हटाओ अपना। इतने कहते ही लड़की ने झटके से उस आदमी का हाथ झटक कर हटा दिया और बोली:- तुम क्या सोचते हो की अपनी झूठ की रेत से तुम एक बड़ा महल बना कर रह सकते हो। नहीं बस एक लहर ही काफी है तुम्हारे इस हवाई किले को डुबोने के लिए। पर तुमने तो अपनी हरकतों से सुनामी ला दी। तुमसे मिलना मेरी मज़बूरी थी पर अलग होना मर्जी है। तो दूर हो जाओ मेरी नज़रों से....... लड़की चीखी।

25 मई २०२०

क्या तुमने चीखने की आवाज सुनी। कोई लड़की जैसे हेल्प मांग रही हो मुझे ऐसा लग रही है विक्स। :-
शिवल्या बोली।

विक्रम:- हां सुनी है। कम से कम सौ बार। ओह गॉड शिवी। तुम एक ही आवाज सुनकर बोर नहीं होती क्या? मतलब हद है। तुम्हे सपनों में तो ऐसी बाते सुनाई देती थी अब जागते हुए भी सुनाई देती ैं।

शिवल्या:- sorry विक्रम but no सॉरी। तुम सिर्फ मुझे tease करते हो। समझते नहीं......

विक्रम:- प्लीज़ शिवी मुझे विक्रम मत बोलो। It's awkward। You know ना। मेरी इज्जत का सवाल है।

शिवल्या:- awkward के बच्चे। मै यही कहूंगी। हम यहां अपना काम करने आए है तो किसी की हेल्प भी कर सकते है। बस एक चीज है जो हमें नहीं करनी चाहिए और वो है टाइम waste जो तुम भर भर के करते हो। प्रोमिस करो की टाइम वेस्ट नहीं करोगे। तभी मै तुम्हे विक्स कहूंगी।

विक्रम:- ओके जो तुमने कहा वो हमने मान लिया। अब तो प्लीज़ तुम भी मान जाओ।

शिवल्या:- तुम कितने unpredictable हो। ठीक है अब मै तुम्हे विकी ही कहूंगी विक्रम।

विक्रम:- यार ओके। बट तुमने लास्ट में मुझे विक्रम क्यों कहां??

शिवल्या:- बस ऐसे ही मन किया तो कह दिया।

चलो अब काम करते है।

शिवल्या और विक्रम दोनों बचपन के दोस्त है। पर शिवल्या के मन में विक्रम के लिए मीठे जज़्बात है। लेकिन विक्रम शिवल्या को सिर्फ एक अच्छे दोस्त और सहयोगी की तरह ही treat करता है। और आज भी दोनों खराब मौसम में अपने काम के लिए ही बाहर निकले है। एक आवाज़ शिवल्या के मन में सनसनी मचा रही है। किसकी आवाज़ से वो बेचैन है।

जाने अगले भाग में..........!!!!!!!?????????????