Bandhan Pyar ka - 8 in Hindi Moral Stories by Kishanlal Sharma books and stories PDF | बंधन प्यार का - 8

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बंधन प्यार का - 8

और उस दिन वे जू देखकर लौट आये थे।एक दिन नरेस ने हिना को फोन किया था,"इस सन्डे को ऑक्सफ़ोर्ड स्ट्रीट चले
"यह तो बाजार है।"
"तुम गयी हो क्या?"
"कई बार अपनी सहेलियों के साथ हो आयी हूं।"हिना ने उसे बताया था
"फिर तो सही है।तुम्हें वहा की अच्छी जानकारी होगी।
"खरीददारी करनी है क्या
"कर लेंगे
और सन्डे को नरेश हिना के साथ ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट गया था
"क्या खरीदना है?"बाजार में पहुचने पर हिना ने परेश से पूछा था।
"कपडे की दुकान में चलो।"
"रेडीमेड।"
"हा।"
हिना पहले भी अपनी सहेलियों के साथ आ चुकी थी इसलिए उसे पूरी जानकारी थी।वह उसे लेकर एक शॉप में गयी थी।
"कहिये आपको क्या दिखाऊ?"सेल्समैन उनका अभिवादन करते हुए बोला था।
"जीन्स और शर्ट
"ये देखिये
सेल्समैन उन्हें अलग अलग वेरायटी और ब्रांड की जिंस दिखाने लगा।दो जी से पसन्द करते हुए नरेश ने हिना से पूछा था,"कैसी है?"
"अच्छी है ले लो
फिर सेल्समैन उसे अलग अलग रंग डिजाइन और ब्रांड की शर्ट दिखाने लगा
"कलर तुम पसन्द करो।इन जीन्स के साथ कौनसा सही रहेगा
और दो शर्ट पसन्द करते हुए हिना बोली,"ये देखो
"इन्हें पैक कर दो
सेल्समैन उन्हें पैक करते हुए बोला"औऱ क्या दिखाऊ
"लेडीज के लिए दिखाओ
सेल्समैन उन्हें सलवार कुर्ता,जीन्स शर्ट, स्कर्ट व अन्य लेडीज के कपड़े दिखाने लगा।"
"लेडीज के बारे में तुम ज्यादा समझती हो।तुम देखो
"किसी के लिय ख़रीदने है
"हा
"तो उसे साथ ले आना वह अपने पसन्द के ले लेगी
"वो मेरे साथ ही है।
"कही मेरी तो बात नही कर रहे?"नरेश की बात सुनकर हिना बोली थी
""मेरे साथ तो तुम ही हो
"लेकिन मेरे पास तो काफी कपड़े है।मुझे नही चाहिए
"कपड़ तो मेरे पास भी बहुत है।मैने भी तो लिए है
"रहने दो न
"मैं दिला रहा हूँ इसलिए नही लोगों क्या
"ऐसी कोई बात नही है
"तो ले लो
और परेश के कई बार कहने के बाद आएशा ने एक सलवार कुर्ता। पसंद कर लिया था।।
"एक और ले लो
"एक बहुत है
जब हिना ने दूसरा पसंद नही किया तब नरेश एक जीन्स और शर्ट पसंद करते हुए बोला,"इन्हें पहन कर देखो
"मै ऐसे कपडे कहा पहनती हूँ
"यहा पर लडकिया पहनती है।लो पहन कर देखो
और नरेश के जोर देने पर हिना ने उन्हें पहन कर देखा था।
"सुंदर लग रही हो।ले लो
"रहने दो मुझे मॉडर्न नही बनना
"अगर ज्यादा बोली तो और दिलवा दूंगा
"तुम अच्छे दोस्त बने।रॉब दिखाते हो
"इन कपड़ो को पहनने की आदत डालो।दकियानूसी सोच से बाहर निकालो।सर्विस कर रही हो मल्टी नेशनल कम्पनी में और पहनावा
"अब मैंने लिए है तो देखने के लिये नही।पहनने के लिए ली है
"गुड़ गर्ल
और हिना ने ले लिए थे
"कुछ और लेना है
"नही
"तो फिर चलो।अब पेट पूजा करते है
नरेश, हिना के साथ एक रेस्तरां में आ गया था।रेस्त्रां में भी काफी लोग थे।छुट्टी के दिन तो भारत मे भी सभी जगह भीड़ रहती है।नरेश बोला,"सन्डे को तो तुम्हारे यहा भी बाजारों में भीड़ रहती ह होगी।
"हमारे देश मे आबादी क्या कम है
"हमारे यहाँ से कम,"नरेश बोला,"पजिस्तान से ज्यादा आबादी तो हमारे उत्तर प्रदेश की है।"
"हमारे यहाँ भी कुछ तो ज्यादा थी।लेकिन तुमने ज्यादा नही रहने दी
"वो कैसे?"नरेश बोला
"पूर्वी पाकिस्तान को हमसे अलग करके
"ओहो,"नरेश बोला,"वो तुम्हारी अंदरूनी लड़ाई का नतीजा था।
"अब कौनसी लड़ाई बन्द हो गयी है
वेटर आकर उनके पास खड़ा हो गया था
""ब्रेड और बटर ले आओ
कुछ देर बाद वेटर दो जगह ब्रेड बटर ले आया था
"दो कॉफी