दिया की ताई जी - जल्दी बता अपना रोल नं दिया।
दिया - बताती हूँ। 17268
दिया की माँ, ताऊ जी और पापा सब एकदम गहरी सांस ले रहे है और बहुत व्याकुल है।
दिया की माँ तो पसीना से लथ-पथ हो गयी।
दिया की ताई जी - दिया उधर आ ।
दिया घबरा गयी । उसे बहूत
डर लग रहा है।
दिया की ताई जी ने उसे गले लगा लिया । और उनकी आँखों से खुशी के आंसू बहने लगे।
दिया की ताई जी - बधाई हो जी आप सभी को।
दिया का चयन हो गया है डाक्टर बनने के लिए।
दिया की माँ भाग कर रसोई से चीनी लाती है और सबका मुहं मीठा कराती है।
दिया के पापा - भाभी जी, ये सब आपकी व दिया की माँ की मेहनत का रंग है। दिया के पापा मिठाई लेने पड़ोस। में जाते है।
आप दोनों ने दिन -रात एक कर दिया ताकी दिया सफल हो।
घर में सब बहुत खुश है।
पर दिया एकदम चुप है। वो कभी ये सोच रही है कि अमन का क्या रहा होगा।
दिया अपनी माँ से कहती है कि वो मधु का परिणाम पूछने उसके घर जाए।
दिया की माँ - हाँ, जरूर जा ।
पर जल्दी आना ।
दिया - जल्दी से मधु के घर जाती है।
दिया - मधु, क्या रहा तेरा परिणाम?
मधु - बढि़या रहा परिणाम ।
भगवान करे हम दोनों को पास का ही महाविद्लाय मिल जाए।
दिया - बहन दोनों को नहीं।
तीनों को - अमन भी तो है।
मधु - तू, पूछना अमन से।
मधु - हाँ, बहुत दिनों से मिले नहीं हो ना तुम दोनों । बहुत बेचैनी हो रही होगी ना तुम्हे।
मधु ये कहकर हँसने लगी।
मधु तू फोन कर ना । मुझे बहुत बेचैनी हो रही।
मधु अमन को फोन लगाती है।
दिया -अमन हो गया हँ मैं परीक्षा में पास।
दिया - बहुत खुश हो जाती है और कहती है , से भगवान हम तीनों को एक ही कालेज में दाखिला मिल जाए।
दिया अब अपने घर चली जाती है घर जाकर सबको बताती है कि मधु का भी परिणाम अच्छा रहा। दिया सबको कहती है कि आज मैं चैन की नींद सोऊगी।
ये सुनकर सब हँसने लगते है।
अब आता है कालेज मिलने वाला दिन।
दिया की माँ दिन - रात एक ही कामना करती है कि दिया को घर के पास का ही कालेज ही मिल जाए।
आखिर भगवान जी ने उनकी सुन ली।
क्योंकि घर में दिया ही एक इकलौती बेटी है।
ताऊ जी व ताई जी का एक बेटा है जो विदेश रहता है।
दिया को घर से 2 घंटे की दूरी पर ही कालेज मिला।
सब बहुत खुश है। मानो घर में दिवाली हो।
दिया का मन बस ये जानना चाहता है कि अमन व मधु को कौन-सा कालेज मिला।
घर का फोन बजता है।
दिया की माँ फोन उठाती है।
दिया की माँ - मधु , तुम्हे ही याद कर रही है दिया। दिया ले बात कर ।
दिया की सहेली मधु को भी वही कालेज मिला जो दिया को मिला।
ये सुनकर दिया की माँ तो बहुत खुश हो गयी।
दिया - मधु, ये बता हमारी दूसरी सहेली को क्या मिला।
मधु - अमन के बारे में पूंछ रही है क्या तू। हाँ, जल्दी बता मेरा मन बैठा जा रहा है। जैसी लगी आपको ये कहानी।
आगे देखते हैं क्या होता है।
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