Chapter 15: नया सफर, नई मुश्किलें
शादी की थकावट अभी पूरी तरह उतरी भी नहीं थी कि दोनों को एक छोटी सी ब्रेक की ज़रूरत महसूस हुई। आरव ने बिना बताये एक हनीमून ट्रिप प्लान कर ली — डेस्टिनेशन: मनाली। बर्फ से ढकी पहाड़ियाँ, लकड़ी की कॉटेज और गरम चाय के साथ सर्द हवाओं की सरसराहट।
जब फ्लाइट में बैठते हुए काव्या को डेस्टिनेशन का पता चला, उसने हैरानी से पूछा,
“मनाली? यू सीरियस? मुझसे ठंड में नहाया नहीं जाता और तू बर्फ में घुमा रहा है?”
आरव ने हँसते हुए कहा, “बर्फ में नहीं घुमा रहा, बर्फ में तुझे अपनी बाहों में समेटकर गर्मी देने लाया हूँ।”
काव्या मुस्कुराई, लेकिन मन में सोचा — “ये बंदा शायर कब बन गया?”
पहला दिन — रोमांस और कॉमिक मोमेंट
पहुँचते ही ठंडी हवाओं ने दोनों का स्वागत किया। कॉटेज के अंदर लकड़ी की आग जल रही थी, और बाहर बर्फ गिर रही थी। एकदम फिल्मी सीन।
आरव ने कहा, “चलो, स्नोफॉल में वॉक करते हैं।”
काव्या ने अपनी चार लेयर की जैकेट पहनते हुए बोला, “तू चल, मैं तेरी फोटो खींच लूँगी। मेरी नाक तो अभी से सुर्ख गुलाब बन गई है।”
आरव ने जबरदस्ती उसे बाहर खींच लिया, और थोड़ी देर में दोनों स्नोबॉल वॉर में उलझ गए।
“ओय! ये मेरे बाल नहीं, बर्फ के फुलझड़ी हैं,” काव्या ने चिल्लाते हुए एक बड़ा बर्फ का गोला आरव की गर्दन के पीछे डाल दिया।
आरव ने हँसते हुए बदला लिया और दोनों बच्चों की तरह बर्फ में खेलते रहे।
रात का ट्विस्ट
डिनर करते वक्त आरव को अचानक एक फोन आया। कॉल कट करके उसका चेहरा कुछ पल के लिए गंभीर हो गया।
काव्या ने पूछा, “सब ठीक है?”
“हाँ… बस एक पुराना कॉन्ट्रैक्ट है, उसमें कुछ गड़बड़ी हो गई है।”
“हनीमून पर काम? Seriously?” काव्या ने थोड़ा नाराज़ होते हुए कहा।
“मैंने मना किया है, लेकिन शायद मुंबई वापस जाना पड़े...”
ये सुनते ही काव्या का मूड एकदम डाउन हो गया। वो उठकर बालकनी में चली गई।
थोड़ी दूरियाँ, थोड़ी समझ
बालकनी में खड़ी काव्या खुद से बड़बड़ा रही थी, “शादी के पहले वादा करता था कि हर वक्त साथ रहेगा, और अब...”
तभी पीछे से एक गर्म शॉल उसके कंधे पर आया।
आरव बोला, “अगर मैं कहूँ कि ये कॉल सिर्फ एक सरप्राइज़ प्लान का हिस्सा था, तो...?”
काव्या ने पलटकर देखा। आरव हाथ में एक छोटा सा गिफ्ट बॉक्स लिए खड़ा था।
“ये क्या है?”
“तेरे लिए मेरी लिखी पहली कहानी की हार्डकॉपी। उसका नाम है — ‘MUZE’। ये हमारी कहानी है।”
काव्या ने आँखों में आँसू लिए वो बुक खोली, और पहला पन्ना पढ़ा:
“उस दिन जब तूने मेरी स्क्रिप्ट पर तंज कसा था, मुझे गुस्सा नहीं आया... मुझे लगा, तू मेरी कहानी की शुरुआत बन सकती है।”
सरप्राइज़ सरप्राइज़!
काव्या अभी इमोशनल हो ही रही थी कि पीछे से पटाखे फूटे। आसमान में लिखा था —
“Will you be the heroine of all my stories forever?”
काव्या हँसते हुए बोली, “शादी हो चुकी है, अब ये सब क्यों?”
आरव मुस्कुराया, “क्योंकि मैं रोज़ तुझसे दोबारा प्यार करना चाहता हूँ... हर रोज़, हर लम्हा।”
अगली सुबह — नया मोड़
सुबह-सुबह एक मेल आया — आरव की पहली वेब सीरीज़ को प्रोड्यूस करने के लिए नेटफ्लिक्स इंडिया ने हामी भर दी थी। पर एक शर्त थी — कहानी में एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर फीमेल लीड होनी चाहिए।
काव्या ने हँसते हुए कहा, “लगता है मुझे एक्टिंग छोड़नी नहीं पड़ेगी।”
आरव बोला, “नायिका तो तुम हो ही — रील्स में भी और रियल लाइफ में भी।”
और उस रात डायरी में लिखा गया:
“शादी सिर्फ फेरे नहीं होते — ये रोज़ का साथ होता है, लड़ाई भी, मिठास भी और एक-दूसरे की दुनिया को समझने का जज़्बा भी।
मनाली में बर्फ गिरी थी, लेकिन हमारे रिश्ते में गर्माहट और बढ़ गई।”