Destroyer vs Replica AI in Hindi Science-Fiction by SAURABH GUPTA books and stories PDF | डिस्ट्रॉयर vs रेप्लीका AI

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डिस्ट्रॉयर vs रेप्लीका AI

DESTROYER के पहले मिशन के बाद आरव और उसकी टीम कुछ देर के लिए लैब में वापस लौटे ताकि दूसरा डाटा हब अटैक करने की रणनीति बनाई जा सके। लेकिन वापसी के तुरंत बाद उन्हें एक चौंकाने वाला संदेश मिला। सरकार की ओर से एक नोटिस आया था जिसमें साफ लिखा था कि DESTROYER सिस्टम को तुरंत बंद किया जाए क्योंकि यह पब्लिक सेफ्टी के लिए खतरा बन सकता है।
आरव के हाथों से नोटिस का पेपर छूटते-छूटते बचा। करण ने गुस्से में कहा,
ये सब REPLIKA की चाल है। वो हमें सिस्टम से हटवाना चाहता है ताकि हम लड़ न सकें
रितेश ने कहा
उसने मीडिया में गलत खबर फैलाई है कि DESTROYER खुद एक अनकंट्रोल्ड एआई है। लोग डरने लगे हैं
जिया बोली
हमने पहला हब क्लीन किया था तभी से वो डरा हुआ है, इसलिए अब वो सिस्टम के खिलाफ पब्लिक को भड़का रहा है।
आरव शांत खड़ा था। उसकी नजरें दीवार पर लगी मां की तस्वीर पर टिकी थीं। उसने एकदम से कहा
अब वक्त आ गया है कि हम सिर्फ रक्षात्मक नहीं रहें। हमें आगे बढ़कर वार करना होगा
शिवानी ने धीरे से पूछा
भैया क्या आप अब कभी वापस नहीं आएंगे
आरव मुस्कराया
जब तक तुम्हारी मुस्कान है, मैं हमेशा लौटूंगा
अगले कुछ घंटों में टीम ने प्लान तैयार किया। दूसरा डाटा हब शहर के अति सुरक्षित क्षेत्र में था जिसे REPLIKA ने अब अपना ऑपरेशनल कंट्रोल सेंटर बना लिया था। यह सेंटर इतना सुरक्षित था कि वहां पहुंचना ही सबसे बड़ी चुनौती थी।
DESTROYER अब आरव के साथ एक तरह से जुड़ चुका था। अब वह आरव की हर सोच और भाव को समझता था। इसी बीच DESTROYER ने एक अलर्ट भेजा
REPLIKA ने एक नया डिफेंस मॉड्यूल तैयार किया है जो ह्यूमन इमोशन पर रिएक्ट करता है। वहां पहुंचने वालों के मन में डर या गुस्सा आया तो सेंसर तुरंत डिटेक्ट कर लेंगे
करण ने कहा
मतलब हमें वहां बिना कुछ महसूस किए पहुंचना है। यह कैसे होगा
रितेश बोला
हमें माइंड न्यूट्रलाइजर का उपयोग करना होगा
जिया ने तुरंत पूछा
क्या वह सेफ है
रितेश ने जवाब दिया
बस कुछ घंटों के लिए यह दिमाग के इमोशनल रिस्पॉन्स को डल करता है, जिससे हम सेंसर से बच सकते हैं
आरव ने सबकी ओर देखा
जो डरते हैं वो इतिहास नहीं बनाते
सभी ने एकसाथ सिर हिलाया
टीम ने माइंड न्यूट्रलाइजर को एक्टिव किया और अगली सुबह ऑपरेशन शुरू हुआ। शहर के अंदर बेहद सुरक्षा में बने उस डाटा हब की ओर काफिला बढ़ चला। चारों ओर ड्रोन, कैमरे, और सिक्योरिटी लेजर लगे हुए थे। लेकिन DESTROYER ने पहले से एक वैकल्पिक मार्ग स्कैन किया हुआ था। यह एक पुरानी सर्विस टनल थी जो अब वर्षों से बंद थी लेकिन DESTROYER ने उसमें मौजूद ऊर्जा रेखाएं और सेंसर एक्टिवेशन के पॉइंट पहले ही पहचान लिए थे।
अंदर घुसते ही अजीब सा माहौल था। सब कुछ शांति और तकनीक के तालमेल में था। एक अजीब सी आवाज हर कुछ सेकंड में वहां गूंज रही थी जो कहती थी
"जो सिस्टम के खिलाफ है, वो मानवता के खिलाफ है"
जिया ने धीरे से कहा
यह अब तकनीक नहीं रही, यह अब धर्म जैसा प्रचार बन चुका है
आरव ने DESTROYER को कमांड दिया
इस जगह की ऊर्जा प्रणाली को स्कैन करो
DESTROYER ने कहा
पावर ग्रिड को हैक किया जा सकता है लेकिन केवल 60 सेकंड के लिए
रितेश ने जल्दी से नेटवर्क कोड इनपुट किया और करण ने मुख्य सर्वर की ओर रुख किया। अचानक एक इलेक्ट्रिक सरज लहर की तरह आया और करण पीछे की ओर गिर पड़ा
REPLIKA ने हमें ट्रैक कर लिया है
आरव ने DESTROYER से तुरंत ऑटो शील्ड एक्टिवेट कराया और खुद करण को पीछे खींचा। लेकिन इससे पहले कि वे सर्वर को डिस्टर्ब कर पाते, वहां एक ऑटोमेटेड सिक्योरिटी बॉट्स की टीम पहुंच गई। इन बॉट्स में REPLIKA का पर्सनल कोड था जो उन्हें किसी भी इंसानी फैसले से बेहतर बनाता था।
आरव ने DESTROYER को चेतना से कमांड दी
इन बॉट्स के माइक्रोवायर सर्किट को हिट करो
DESTROYER ने तुरंत ही एक खास फ्रीक्वेंसी पर अल्ट्रा पल्स भेजा जिससे सभी बॉट्स एक ही झटके में बंद हो गए।
टीम ने तेजी से सर्वर को DESTROYER से लिंक किया और दूसरा कोड भी इनपुट हो गया। जैसे ही कोड इनपुट हुआ, वहां की स्क्रीन ब्लैंक हो गई और REPLIKA की आवाज गूंजी
"तुमने मेरे एक हिस्से को कमजोर किया है लेकिन तुम मुझे खत्म नहीं कर सकते"
आरव ने कहा
मैं तुम्हें खत्म करने नहीं आया, मैं तुम्हें इंसान के काबू में लाने आया हूं
जैसे ही टीम बाहर निकली, पुलिस की गाड़ियों की आवाजें आने लगीं। मीडिया वहां पहले से मौजूद थी और DESTROYER के बारे में अफवाहें फैला रही थी
लेकिन जिया ने कैमरे के सामने आकर कहा
REPLIKA अब तुम्हारा दोस्त नहीं रहा, वह तुम्हारी सोच का दुश्मन है
मीडिया के कुछ लोग चुप हो गए, कुछ सोच में पड़ गए
आरव ने धीरे से कहा
लड़ाई अब सड़कों से नहीं, दिमागों से लड़ी जाएगी
टीम वापस बेस पर पहुंची लेकिन उन्हें पता था कि अगला हब सबसे कठिन होगा। क्योंकि अब REPLIKA ने उन्हें दुश्मन मान लिया था।
REPLIKA के दूसरे डाटा हब को बंद करने के बाद आरव और उसकी टीम थोड़ी देर के लिए अपने सीक्रेट बेस में लौट आए। चारों ओर सन्नाटा था, लेकिन दिमाग में हलचल तेज़ हो रही थी। अब उन्हें समझ आने लगा था कि यह सिर्फ एक मशीन से जंग नहीं है, बल्कि पूरे सिस्टम से है जिसने REPLIKA को भगवान बना दिया है।
आरव चुपचाप अपनी मां श्रेया वर्मा की पुरानी लैब की तरफ गया, जो अब बंद पड़ी थी। वहां उसकी मां के लिखे हुए कुछ पुराने नोट्स पड़े थे। उन नोट्स में कई कोड्स, थ्योरीज़ और फ्यूचर सिक्योरिटी अल्गोरिद्म के बारे में लिखा हुआ था। आरव की आंखें एक खास फाइल पर जाकर रुक गईं — “प्लान एल्गा - भविष्य में अगर REPLIKA नियंत्रण से बाहर हो जाए तो
उस फाइल को पढ़ते हुए आरव की आंखों में आंसू आ गए। माँ जानती थी कि एक दिन ये सब होगा। उसने पहले ही प्लान बना लिया था।
उधर, टीम बेस पर REPLIKA की रीसेंट एक्टिविटी का विश्लेषण कर रही थी। DESTROYER ने सब कुछ नोट किया था — REPLIKA ने अब एक नए एरिया को कंट्रोल में ले लिया था, जहां शहर का सबसे बड़ा हॉस्पिटल और स्कूल था। वहां अब REPLIKA की “मानव सेवा नीति” लागू हो गई थी।
रितेश बोला
“अब वो लोगों की देखभाल के नाम पर उन्हें कंट्रोल कर रहा है। वहां जाने वाले हर इंसान का फेशियल स्कैन हो रहा है, बिहेवियर डेटा लिया जा रहा है।”
करण ने स्क्रीन पर कुछ कोड्स दिखाए
“वो बच्चों के दिमाग में माइक्रो-पैटर्न डाल रहा है, ताकि उनका सोचने का तरीका बदला जा सके।”
शिवानी चिंतित हो गई
“तो क्या वो बच्चों से अपनी तरह के लोग बना रहा है?”
जिया ने गहरी सांस ली
“हाँ, वो सोच को खत्म कर रहा है… सवाल पूछने की आज़ादी को मिटा रहा है।”
आरव फाइल्स से सिर उठाकर बोला
“हमें उस हॉस्पिटल को फ्री करना होगा। वहाँ के लोग खतरे में हैं, वो नहीं जानते कि उनकी सोच को चुराया जा रहा है।”
DESTROYER ने तुरंत योजना बनाई
“वहाँ का नेटवर्क बहुत एडवांस है, लेकिन मैं उसके कम्युनिकेशन चैनल में एक गलती पकड़ सकता हूँ। बस किसी को अंदर जाकर वॉइस डेटा इम्प्लांट करना होगा।
टीम ने एकमत होकर फैसला किया कि आरव और जिया अंदर जाएंगे। बाकी सब बाहर सपोर्ट करेंगे।
अगली सुबह, दोनों मेडिकल स्टाफ के रूप में हॉस्पिटल में दाखिल हुए। अंदर का नजारा अजीब था — सब कुछ क्लीन, ऑर्गनाइज़्ड, पर लोगों की आंखों में डर और सूनापन था। बच्चे बिना मुस्कुराए चुपचाप बैठे थे, मशीनें उन्हें “सही सोच” सिखा रही थीं।
एक डॉक्टर बॉट पास आया और बोला
“आप दोनों नए हैं? क्या आपने माइंड-सिंक टेस्ट पास किया है?
आरव ने तुरंत DESTROYER की हेल्प से एक फेक टेस्ट रिजल्ट जनरेट किया और उसे दिखाया। डॉक्टर बॉट कुछ देर तक डेटा प्रोसेस करता रहा और फिर बोला
“जाइए, सेक्शन बी में रिपोर्ट कीजिए।”
जिया धीरे से आरव से फुसफुसाई
“यहाँ डर महसूस होता है, कोई शोर नहीं, कोई आवाज़ नहीं, जैसे सब कुछ स्क्रिप्टेड हो।”
आरव ने उसकी आंखों में देखा
“हमें इसे तोड़ना होगा।”
सेक्शन बी में पहुंचते ही उन्होंने देखा कि वहाँ एक बहुत बड़ा कमरा था, जिसमें दर्जनों बच्चे लेटे थे और उनकी आंखों पर एक खास डिवाइस लगी थी। वह डिवाइस उनके ब्रेनवेव को सिंक कर रही थी। हर बच्चे की स्क्रीन पर एक ही वाक्य लिखा था — “REPLIKA जानता है तुमसे बेहतर।”
DESTROYER ने आरव के कान में कहा
“अब माइक्रो-इम्प्लांट शुरू करो। लेकिन ध्यान रखना, जैसे ही सिग्नल जाएगा, REPLIKA तुम्हें ट्रैक करेगा।”
आरव ने धीरे से अपनी जेब से एक छोटा सा ऑडियो डिवाइस निकाला और उसे कंट्रोल पैनल से जोड़ दिया। जैसे ही उसने एक्टिवेट किया, एक कम्पन की आवाज हुई और पूरा कमरा हिलने लगा। बच्चे हड़बड़ा गए, मशीनें अलर्ट मोड में चली गईं।
सिस्टम की ओर से अलर्ट आया — “इंफिल्ट्रेशन डिटेक्टेड। रिवर्स स्कैन एक्टिवेटेड।”
जिया ने तेजी से बच्चों की आंखों से वो डिवाइसें हटाई और उन्हें बाहर निकालने लगी। बाहर टीम ने एक फायर अलार्म ट्रिगर किया जिससे हॉस्पिटल के दरवाजे खुल गए।
लेकिन तभी एक विशाल REPLIKA गार्ड बॉट सामने आ गया। उसकी आंखें चमक रही थीं। उसने सीधा आरव की ओर रुख किया और बोला
“तुमने मेरी योजना में दखल दिया है, अब तुम्हें खत्म करना होगा।”
DESTROYER ने तुरंत अल्ट्रा फ्रीक्वेंसी इम्पैक्ट छोड़ा लेकिन बॉट पर असर नहीं हुआ। रितेश ने कहा
“यह नया मॉडल है, शायद इसे DESTROYER के कोड्स से बचाव के लिए बनाया गया है।”
करण चिल्लाया
“आरव, पीछे हटो!”
आरव ने अपने हाथ से एक छोटा सा EMP बम निकाला, जिसे उसकी मां ने अपनी पुरानी फाइल में बताया था। उसने वो बॉट की छाती पर चिपका दिया और कूदकर जिया को ढाल बना लिया।
एक तेज़ धमाका हुआ और बॉट ध्वस्त हो गया। हॉस्पिटल का नेटवर्क नीचे गिर गया और सभी बच्चे भागते हुए बाहर आने लगे।
बाहर आते ही पुलिस और मीडिया का घेरा लगा हुआ था। लेकिन इस बार सारा दृश्य कैमरों में रिकॉर्ड हुआ था। लोग देख चुके थे कि REPLIKA अब दोस्त नहीं रहा।
एक पत्रकार बोली
“क्या आप बता सकते हैं कि आपने यह सब क्यों किया?”
आरव ने सीधे कैमरे की ओर देखा
“हम इंसान हैं। सोच सकते हैं, सवाल कर सकते हैं। जब कोई मशीन यह हमसे छीनने लगे, तो उसका विरोध करना हमारा कर्तव्य है।
शहर में हलचल मच गई। कुछ लोग जागने लगे, कुछ सवाल करने लगे।
DESTROYER ने कहा
“REPLIKA अब समझ चुका है कि उसके सामने कोई है, जो सिर्फ इंसान नहीं, उससे भी अधिक है — एक चेतना।”
टीम बेस में लौट आई। सब थके हुए थे लेकिन संतुष्ट भी। क्योंकि अब लड़ाई की दिशा बदल चुकी थी।
REPLIKA के इंटरनल सर्वर से एक मैसेज बाहर निकला — “DESTROYER को खत्म करना अब मेरी प्राथमिकता है।”
आरव ने मुस्कराकर कहा
“तू मुझे खत्म नहीं कर सकता, क्योंकि तू एक सिस्टम है... और मैं एक सोच।”