Kamra Number 313 in Hindi Thriller by Rupesh Kumar books and stories PDF | कमरा नंबर 313

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कमरा नंबर 313

("कमरा नंबर 3 1 3")

" मुकेश एक मेडिकल छात्र था। उसे हॉस्टल में नया कमरा मिला कमरा नंबर 3 1 3 । ये कमरा पिछले 5 साल से बंद था पड़ा था । और कोई उस में रहने को नहीं आया था " । 

जब मुकेश ने गार्ड से पूछा कि यह कमरा पिछले 5 साल से बंद क्यों है " ।

" गार्ड ने टालते हुए कहा कि यह कमरा थोड़ा पुराना है ।

" पहली रात सब सामानये था लेकिन रात के 2 बजे किसी की रोने की आवाज आने लगी और पायलों को आवाज  आने लगी । मुकेश की आंख खुल गई उसने देखा कि खिड़की के पास एक औरत एक लड़की रो रही है । जैसे ही मुकेश ने उन्हें आवाज लगे तो उसकी नींद खुल गई । मुकेश को समझ में नहीं आया " । 

" अगले दिन जब मुकेश अपनी क्लास लगाकर वापिस आया तो उसका कमरा इधर ---- उधर हो गया । मुकेश को  फिर से कुछ समझ नही  आया " ।

" मुकेश की यह हॉस्टल में दूसरी रात थी " । मुकेश जैसे ही सोने लगा तो किसी की आवाज आई " ।

" नहीं मुझे मत मारो "। 

" मुकेश बाहर जाने के लिए गेट खोलने लगा तो गेट नहीं खुला । उसने बहुत कोशिश की पर गेट नहीं खुला  " । 

" उने खिड़की तोड़ने का प्रयास किया " । "बहुत के बाद खिड़की टूट गई पर मुकेश के हाथ में कांच लग गया और खून आने लगा  " ।     

" मुकेश भागकर साथ वाले मेडिकल में गया और वहां से पति कर वा  ली "।

" मुकेश ने मेडिकल वाले से पूछा कि " । 

" मैं साथ वाले हॉस्टल में रहता हूं। उसे हॉस्टल में ऐसा क्या हैं " । 

" मेडिकल वाले ने उसे वहीं पर ही चुप करवा दिया और बोला कि इस बारे में हम कल सुबह बात करेंगे " । 

" मुकेश बोला कि मैं राहु कहां ? " मेडिकल वाले ने उसे कहा कि आज तुम मेरे साथ मेरे घर पर सो लो  " । 

" अगली सुबह मुकेश ने मेडिकल वाले से पूछ लिया कि उस हॉस्टल में ऐसा है क्या " ? 

" मेडिकल वाले ने बताया कि उस हॉस्टल में एक औरत और एक बची की आत्मा रहती है " । 

" ये बात है उस समय की जब इस हॉस्टल की शुरुआत हुई । तुम्हारी तरह एक अमन नाम का लड़का एक उम्मीद की किरण लेकर आया । पर लोगों ने उसे बहुत तने दिए कि वह पागल हो गया । जिस कमरे की तुम बात कर रहे थे ना इसई कमरे में  अमन ने अपनी बीवी और अपनी बच्ची का जीते जी पोस्टमार्टम कर दिया  । उसकी  बीबी और बच्ची चीखते ---- चीखते मर गई । उसी दिन से कमरा नंबर 3 1 3 में बीवी और बच्ची की आत्मा भटक रही हैं  " । 

" उस दिन के बाद मैं मुकेश वहां कभी नहीं दिखा " ।

" हॉस्टल के नीचे वाली गली से जो भी गुजरता तो उनको लगता कि ऊपर से कोई साया उन्हें देख रहा है " ।

"कहानी अच्छी लगी  तो सपोर्ट करो"