धीरे धीरे कमरे में आग बढ़ रही थी, और सिमरन और भी panic हो रही थी। अब उसे कोई आस नजर नही आ रही थी। धीरे धीरे उसे धुएं की वजह से खांसी आने लगी और वो कमजोर होकर जमीन पर ही बैठ गई। जैसे जैसे आग बढ़ रही थी, उसके लिए जगह कम होती जा रही थी, और वो पीछे पीछे खिसक रही थी। अब उसने सोच लिया था कि अब वो भगवान जी के पास जाने वाली है। और वो अपनी आंखें बंद कर देती है, जिससे वो बेहोश होने लगती है। और फिर बिल्कुल बेहोश होकर जमीन पर गिर जाती है।
इधर साहिल सिगरेट पीते हुए सोच रहा था कि इतनी अच्छी आवाज वाली लड़की कैसे उस इंसान से शादी कर सकती है। तभी उसे कही पर जलने की बदबू आती है, तो वो इधर उधर देखता है। उसे थोड़ी दूर एक आउटहाउस में आग लगी हुई दिखती है। तो वो curiosity की वजह से उसके पास जाता है।
फिर वो देखता है कि आउटहाउस काफी पुराना ही लग रहा था, शायद यह हवेली वालो का ही होगा। पर इसमें यह आग कैसे लगी। तभी वो देखता है कि आग तो धीरे धीरे बढ़ती जा रही है। तभी वो दमकल कर्मियों को फोन कर देता है, और यहां का पता दे देता है,फिर सोचता है कि किसी का भी ध्यान इस आग की तरफ़ क्यों नही गया। फिर वो ही खुद को समझा लेता है कि शायद सभी का ध्यान शादी पर ही है, और यह तो एकदम एकांत में भी है, तो किसकी नजर जायेगी फिर!
तभी साहिल सोचता है कि अब उसे यहां से जाना चाहिए, वरना वो सबकी नजरों में आ जायेगा और बिना बात के सवालों के जवाब भी देने पड़ेंगे। और वो जाने ही वाला होता है कि तभी उसकी नजर जमीन पर पड़ती है, जहां पर एक कान का झुमका गिरा होता है। वो उसे उठाकर देखता है और मन में ही सोचता है कि ये झुमका यहां पर कैसे आ सकता है। अभी यहां पर कौन आया होगा, भला! फिर वो उसे फेंककर जाने वाला होता है, तभी उसके माइंड में अचानक से कुछ क्लिक होता है, और वो फिर से पीछे मुड़कर देखता है।
( साहिल को अंदेशा हो गया था कि यह झुमका यहां पर होना, और यह आग लगना कोई इत्तेफाक नही है। पक्का कोई न कोई तो है शायद अंदर! या फिर उसका डिटेक्टिव माइंड फिर से ज्यादा ही चल रहा है। पर जो भी हो, वो एक बार अंदर जाकर देखना चाहता था कि पक्का कोई नही है ना अंदर! )
साहिल अंदर देखने के लिए खिड़की ढूंढने लगता है। पर वहां पर कोई भी खिड़की नही होती है, तो वो दरवाजे पर नजर डालता है, और बिना सोचे उसे एक दो बार पाव से मारकर तोड़ देता है।
जैसे ही वो दरवाजा खोलता है, उसका शक सही निकलता है। वहां पर सच में एक लड़की फसी हुई होती है, जो बेहोश हो चुकी है। साहिल जैसे ही यह देखता है कि वो आग की चपेट में आ सकती है कभी भी, तो वो जल्दी से अंदर जाता है, और सिमरन को उठाकर बाहर लाता है। अच्छा हुआ जो आग इतनी ज्यादा फैली नही थी, तो साहिल अंदर जा पाया और सिमरन को बाहर लेकर आ पाया। बाहर आते ही वो उसे जमीन पर लेटा देता है। फिर साहिल की नजर उसके चेहरे पर पड़ती है, तो वो मन में ही सोचता है कि इतनी मासूम लड़की यहां पर फंसी कैसे हो सकती है? और वो उसे होश में लाने की कोशिश करता है, लेकिन सिमरन होश में आ ही नही रही थी। शायद उसके शरीर में थोड़ा धुआं चला गया था।इसलिए वो धुएं को वजह से बेहोश हो गई थी। तो साहिल बिना देर किए उसे अपनी गाड़ी की पीछे वाली सीट पर लेटाता है, और खुद आगे गाड़ी ड्राइव करने के लिए बैठता है जल्दी से, ताकि उसे हॉस्पिटल लेकर जा सके।
साहिल गाड़ी चला रहा होता है, और वो बार बार पीछे सिमरन की तरफ भी देख रहा होता है, कि वो कोई रिएक्ट कर रही है क्या? और जल्दी से जल्दी हॉस्पिटल पहुंचने के लिए गाड़ी की स्पीड और बढ़ा देता है।
इधर शादी वाली हवेली के बाहर नया शादी के जोड़ा, यानी कि विपिन और किरण मीडिया वालो को अपना इंटरव्यू दे रहे थे; रिपोर्टर; मैम, क्या आप बता सकती है कि आपने अपने दुल्हन होने की बात को सस्पेंस क्यों रखा?
किरण; ताकि हम आप लोगो को surprise दे सके, बाद में! उसने बहुत ही एक्साइटमेंट में बोला।
रिपोर्टर; सर, आपने यह बात सबसे क्यों छुपाई कि आप किरण मैम से शादी कर रहे है, इसे सस्पेंस रखने में आपको क्या फायदा हुआ?
विपिन; well, यह अब हमारी सीक्रेट हैं कि हमे फायदा हुआ या नही इससे! और वो किरण की तरफ देखकर आंख मारता है।
रिपोर्टर; आपके रिलेशन को कितने साल हो गए है सर?
विपिन; हमे तो शुरुआत से ही किरण पसंद थी, जबसे इन्हे first time देखा था, तभी से! लेकिन हमे इन्हे इंप्रेस करने में बड़ा वक्त लगा गया भाई! यह कहकर वो किरण की तरफ देखकर मुस्कुराता है, तो किरण शरमा जाती है।
मीडिया वाले भी देख थे थे कि किरण और विपिन की बॉन्डिंग कितनी अच्छी है। वो सभी और सवाल पूछने लगते है, तभी किसी की आवाज आती है कि उधर बाहर आग लग गई है। और तभी उधर से वो दमकल कर्मियों के गाड़ी की आवाज भी सुनते है। तो सभी भागकर वहां चले जाते है। विपिन और किरण एक दूसरे की तरफ देखते है, और जल्दी से वहां जाते है, जहां आग लगी है। सभी को पहुंचने में बहुत टाइम लग गया था, क्योंकि आग बहुत फैल चुकी थी, और पूरा आउटहाउस जल चुका था। सभी इसकी भी न्यूज बनाने लगते है कि जहां पर शादी थी, उसके पास ही आग लगना कोई इत्तेफाक है, या फिर साजिश! [आखिर मीडिया वाले है, राई का पहाड़ बनाना जानते है अच्छे से!] फिर सभी लोग वहां से आ जाते है, और फिर बाद में शादी भी हो चुकी होती है, तो सभी लोग अपने अपने घर चले जाते है। किरण और विपिन भी मीडिया वालो का शुक्रिया करके उन्हे भेज देते है। और वो अंदर आ जाते है।
किरण; विपिन,हमने तो आउटहाउस में ही सिमरन को भी बांधा था ना! तो उसका क्या हुआ होगा वहां पर? मुझे तो यह नही समझ आ रहा है कि आग लगी कैसे? तुम्हे कुछ पता है क्या?
विपिन; मुझे कैसे पता होगा डार्लिंग! मैं तो तुम्हारे साथ ही था ना! और वैसे भी छोड़ो अब, जो हुआ, अच्छा ही हुआ। अब हमारे रास्ते में नही आयेगी वो! तुम्हे कौनसा उससे लगाव था,को तुम उसके बारे में इतना सोच रही हो!
किरण; लगाव की बात नही है विपिन, लेकिन वो वही पर थी, और हमने उसे बांधा था वहा पर! अगर उसे नुकसान हुआ होगा तो उसके जिम्मेदार हम होंगे! और कही पुलिस को पता चल गया कि वहां पर एक लड़की भी थी,या है, तो अपन मुसीबत में भी फंस सकते है। [ कही न कही किरण को सिमरन की चिंता भी हो ही रही थी, और यह बात विपिन समझ गया था।वो भी जानता था कि किरण इतनी बुरी भी नही है कि किसी को मार दे। ]
विपिन; डार्लिंग, तुम चिंता मत करो, मैं सब संभाल लूंगा। और सिमरन के साथ वही हुआ होगा, जो उसकी किस्मत में होगा। हमे उसके बारे में इतना नही सोचना चाहिए, और अपने खास दिन को spoil नही करना चाहिए।
किरण; बिल्कुल सही कहा तुमने! और वो उसकी बाहों में हाथ डाल देती है, और उसे गले लगा लेती है।
विपिन; अच्छा जी, हमारी डार्लिंग का तो रोमांटिक मूड शुरू भी हो गया।
किरण; वैसे अपनी फैमिली वाले कहां पर है? कबसे नही दिखे?
विपिन; मैने उन्हे पहले ही घर जाने को बोल दिया था, और आज हम यही रहेंगे, ताकि हमे कोई डिस्टर्ब नही कर सके!
यह कहकर वो किरण को अपनी गोदी में उठा लेता है, उसके सर पर एक किस करता है, और उसे कमरे में लेकर चला जाता है।
क्रमश:
हां,तो अब सोचिए और बताइए कि क्या लगता है आप सभी को? क्या होगा आगे ? और अच्छे अच्छे से रिव्यू भी दे दीजिए! ताकि हम और अच्छा लिख सके!
धन्यवाद!❤️✨