अमन हमेशा से एक सीधा-सादा लड़का था। उसका परिवार बहुत साधारण था, पिता पोस्ट ऑफिस में क्लर्क और माँ घर संभालती थी। घर में ज़्यादा पैसे नहीं थे लेकिन प्यार बहुत था। बचपन से ही अमन पढ़ाई के साथ-साथ अपनी माँ की छोटी-छोटी ज़िम्मेदारियों में मदद करता था। बाकी बच्चे खेलते थे मगर अमन अंदर बैठकर अपनी कॉपी में सपने लिखा करता था। उसे लगता था एक दिन वो कुछ बड़ा करेगा जिससे उसके माता-पिता को गर्व होगा।
कॉलेज की पढ़ाई जैसे-जैसे पूरी होने लगी, ज़िन्दगी का असली चेहरा सामने आने लगा। पिता की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इलाज में सारा जमा पैसा खत्म होने लगा। अमन को अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़कर नौकरी ढूँढनी पड़ी। उस वक्त उसने पहली बार महसूस किया कि सपने और सच्चाई के बीच कितना बड़ा फासला होता है। कुछ दिनों में उसे एक प्राइवेट कंपनी में सेल्स की नौकरी मिली। सारा दिन दौड़-दौड़ कर काम करता और रात को थका हुआ घर लौटता। हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा जोड़कर पिता का इलाज करवाता लेकिन उसके दिल में कहीं न कहीं एक आवाज़ हमेशा कहती थी – “ये वो जिंदगी नहीं है जो तूने सोची थी।”
एक दिन वह ऑफिस से आते वक्त बस में बैठा था। सामने वाली सीट पर एक बुजुर्ग अपने पोते को समझा रहे थे – “बेटा, अगर तू गिरता है तो उठना सीखना। गिरना बुरा नहीं है, पर गिरकर रुके रह जाना बहुत बुरा है।” अमन इन बातों को सुनते हुए अचानक emotional हो गया। उसने पलट कर बुजुर्ग को देखा और लगातार वही वाक्य दोहराता रहा। उस रात उसने खुद को शीशे में देखा और मन ही मन कहा – “आज से मैं अपनी जिंदगी बदलूँगा। चाहे हालात कितने भी मुश्किल हों, मैं फिर से अपने सपने को जिंदा करूंगा।”
अगले दिन से उसने ऑफिस के बाद रात को एक घंटा खुद के लिए निकालना शुरू किया। उसने अपनी पुरानी डायरी खोली और अपनी स्टोरी-राइटिंग करने लगा। कई महीने तक उसने लगातार लिखा लेकिन शुरुआत में किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। कुछ लोगों ने मजाक भी उड़ाया। लेकिन वो कोशिश करता रहा क्योंकि उसे भरोसा था कि सच्चा दिल और मेहनत एक दिन रंग ज़रूर लाती है।
एक साल बाद उसकी लिखी एक मोटिवेशनल स्टोरी इंटरनेट पर वायरल हो गई। हजारों लोगों ने उसे शेयर किया और कहा कि इस कहानी ने उनकी जिंदगी बदल दी। अमन को पहली बार लगा कि शायद उसकी परेशानियाँ यूँ ही नहीं आई थीं, शायद वो इसीलिए थी ताकि वो दूसरों को उम्मीद दे सके। धीरे-धीरे उसने नौकरी छोड़कर पूरा समय अपनी राइटिंग को देना शुरू किया। उसके माता-पिता ने उसे देखकर गर्व से कहा – “तूने साबित कर दिया कि हालात चाहे कितने भी कठिन हों, अगर इरादे सच्चे हों तो भगवान भी रास्ते खोल देता है।”
आज अमन एक जाना-पहचाना writer है जो उन लोगों के लिए लिखता है जो खुद को ज़िन्दगी की थकान में खो चुके हैं। हर बार जब वो pen उठाता है तो सबसे पहले वो उस रात को याद करता है जब उसने खुद को शीशे में देखते हुए कहा था कि “अब रुकना नहीं है।”
वो अपनी हर story में एक बात जरूर लिखता है – “कभी भी अपनी ज़िन्दगी को हारने मत दो क्योंकि तुम्हारी कहानी किसी और के लिए उम्मीद बन सकती है।”
👉 संदेश:
अगर ज़िन्दगी बार-बार तुम्हें गिरा रही है तो इसका मतलब ये नहीं कि तुम हार चुके हो, बल्कि इसका असली मतलब ये है कि तुम्हारे अंदर कुछ ऐसा है जो बाकी लोगों से अलग है। इसलिए उठो, अपने सपने को फिर से याद करो और पूरी सच्चाई के साथ उसके पीछे लग जाओ।
✍️ Author – Akash Singh