Silent Hearts - 6 in Hindi Love Stories by InkImagination books and stories PDF | Silent Hearts - 6

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Silent Hearts - 6

साइलेंट हार्ट्स (조용한 마음 – Joyonghan Maeum)
लेखक: InkImagination
एपिसोड 6: नज़दीकियाँ और तनाव (Closeness and Tension)

सियोल की सर्द हवाएँ अब जिवोन के लिए कुछ गर्माहट लेकर आ रही थीं। मिन्हो की मौजूदगी, उसकी बातें, और उसकी वो मुस्कान—ये सब जिवोन के दिल में एक ऐसी धुन बजा रहा था, जो अब सिर्फ़ पियानो तक सीमित नहीं थी। लेकिन इस धुन के साथ-साथ एक नया तनाव भी उभर रहा था। पार्क जुनहो की एंट्री ने जिवोन के मन में असुरक्षा की एक लहर पैदा कर दी थी, और मिन्हो की क्लासमेट की बार-बार उपस्थिति उसकी जलन को और बढ़ा रही थी। फिर भी, मिन्हो की वो बात—“तुम मेरे लिए अलग हो”—जिवोन को हिम्मत दे रही थी, खासकर म्यूज़िक कंपटिशन के लिए।
कैंपस में म्यूज़िक कंपटिशन की तैयारियाँ ज़ोरों पर थीं। दीवारों पर रंग-बिरंगे पोस्टर्स लगे थे, और म्यूज़िक रूम्स में हर वक्त धुनों की गूंज सुनाई देती थी। जिवोन ने आखिरकार फैसला कर लिया था कि वह अपनी धुन को स्टेज पर ले जाएगा—वही धुन, जो उसने मिन्हो के लिए बनाई थी। लेकिन स्टेज का डर अब भी उसके मन में एक साये की तरह लटक रहा था।

🎹 म्यूज़िक रूम में करीबी पल
एक शाम जिवोन म्यूज़िक रूम में अकेला प्रैक्टिस कर रहा था। उसकी उंगलियाँ पियानो पर नाच रही थीं, और उसकी धुन अब पहले से कहीं ज़्यादा गहरी थी। वह अपनी आँखें बंद करके संगीत में डूबा हुआ था, तभी दरवाज़ा खुलने की आवाज़ ने उसे चौंकाया।
मिन्हो अंदर आया, उसके हाथ में दो टेकअवे कॉफ़ी कप थे। “तुम्हें लगा मैं तुम्हें अकेले प्रैक्टिस करने दूँगा?” उसने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा और एक कप जिवोन की ओर बढ़ाया।
जिवोन ने मुस्कुराते हुए कप लिया। “तुम्हें ये कॉफ़ी लाने की आदत कब छूटेगी?”
मिन्हो ने हँसते हुए कहा, “जब तक तुम मेरे साथ हो, ये आदत नहीं छूटेगी।” उसकी आँखों में एक चमक थी, जो जिवोन को हमेशा थोड़ा शर्मिंदा कर देती थी।
मिन्हो ने पियानो के पास बैठते हुए कहा, “चलो, मुझे अपनी धुन सुनाओ।”
जिवोन ने हिचकिचाते हुए कीज़ पर उंगलियाँ रखीं। उसने वही धुन शुरू की, जो मिन्हो के लिए बनी थी। हर स्वर में उसका दिल था—उसकी उलझन, उसका डर, और वो अनकहा प्यार जो वह अब तक छुपाए हुए था। मिन्हो चुपचाप सुन रहा था, उसकी आँखें जिवोन पर टिकी थीं।
धुन खत्म होने के बाद मिन्हो ने धीरे से कहा, “जिवोन… ये धुन… ये तुम हो। तुम इसे स्टेज पर ले जाओ, दुनिया इसे सुनेगी।”
जिवोन ने नज़रें झुका लीं। “मुझे अभी भी डर लगता है। अगर मैं मेस अप कर दूँ तो?”
मिन्हो ने उसकी ओर झुककर कहा, “तुम मेस अप नहीं करोगे। और अगर ऐसा हुआ भी, तो मैं वहाँ रहूँगा—तुम्हारे लिए ताली बजाने वाला पहला इंसान।”
जिवोन की साँसें रुक गईं। मिन्हो की आवाज़ में एक ऐसी सच्चाई थी, जो उसके डर को पिघला रही थी। उसने धीरे से कहा, “तुम हमेशा इतना भरोसा क्यों करते हो मुझ पर?”
मिन्हो ने एक पल रुककर उसकी आँखों में देखा। “क्योंकि मैं तुम्हें देखता हूँ, जिवोन। जैसा तुम हो, वैसे ही।”
उस पल में म्यूज़िक रूम की हवा जैसे ठहर गई। जिवोन का दिल इतनी तेज़ी से धड़क रहा था कि उसे लगा मिन्हो इसे सुन लेगा।

😟 जुनहो और तनाव
अगले दिन जिवोन कैंपस में जुनहो से टकरा गया। जुनहो अपनी गिटार लिए म्यूज़िक बिल्डिंग की ओर जा रहा था। “जिवोन! तैयार हो ना कंपटिशन के लिए?” उसने चहकते हुए पूछा।
“हाँ… कोशिश कर रहा हूँ,” जिवोन ने धीरे से जवाब दिया।
जुनहो ने हल्के से हँसते हुए कहा, “तुम्हारा वो सीनियर दोस्त—मिन्हो, ना? वो तो हर वक्त तुम्हारे आसपास रहता है। क्या बात है, कोई खास रिश्ता?” उसकी आवाज़ में मज़ाक था, लेकिन जिवोन को उसकी बातों में एक अजीब-सी चुभन महसूस हुई।
“वो… बस दोस्त है,” जिवोन ने हड़बड़ाते हुए कहा, लेकिन उसकी आवाज़ में विश्वास की कमी थी।
जुनहो ने भौंहें चढ़ाईं। “ह्म्म… दोस्त? ठीक है, लेकिन मुझे लगता है तुम उसकी नज़रों में कुछ ज़्यादा हो।” उसने आँख मारते हुए कहा और आगे बढ़ गया।
जिवोन वहीं खड़ा रह गया, उसका मन फिर से उलझनों में डूब गया। क्या जुनहो ने कुछ नोटिस किया? या ये सिर्फ़ मज़ाक था?
उसी वक्त मिन्हो दूर से आता दिखा। उसके साथ फिर वही क्लासमेट थी, और इस बार वह मिन्हो के कंधे पर हल्के से हँसते हुए कुछ कह रही थी। जिवोन की नज़रें उन पर टिक गईं, और उसका दिल फिर से भारी हो गया। वह बिना कुछ कहे पलटकर चला गया।

📞 परिवार का दबाव
उस रात जिवोन के फोन पर एक कॉल आई। स्क्रीन पर ‘पापा’ का नाम चमक रहा था। उसने हिचकिचाते हुए कॉल उठाई।
“जिवोन, तुम यूनिवर्सिटी में समय बर्बाद कर रहे हो,” उसके पिता की सख्त आवाज़ फोन से गूंजी। “संगीत से कुछ नहीं होगा। अगले हफ्ते तुम्हें कंपनी के लिए कुछ मीटिंग्स अटेंड करनी होंगी।”
जिवोन का दिल बैठ गया। “पापा, लेकिन… म्यूज़िक कंपटिशन है। मैं उसमें—”
“कंपटिशन?” उसके पिता ने बीच में काटा। “ये सब बेकार की चीज़ें छोड़ दो, जिवोन। तुम्हारा भविष्य कंपनी में है।”
कॉल खत्म होने के बाद जिवोन अपने बिस्तर पर बैठ गया। उसका मन भारी था—मिन्हो की बातें, जुनहो की टिप्पणी, और अब पिता का दबाव। वह क्या चाहता था? संगीत? मिन्हो? या कुछ और?

🕊️ एपिसोड 6 का अंत
उस रात जिवोन अपने कीबोर्ड के सामने बैठा। खिड़की के बाहर सियोल की रोशनी धुंधली थी, जैसे उसके मन की उलझनें। उसने अपनी धुन शुरू की—वही धुन, जो मिन्हो के लिए बनी थी। लेकिन इस बार उसमें एक नया दर्द था, एक नई गहराई।
मिन्हो की बातें—“मैं तुम्हें देखता हूँ, जिवोन”—उसके दिमाग में गूंज रही थीं। लेकिन जुनहो की टिप्पणी और पिता का दबाव उसकी हिम्मत को तोड़ रहा था। क्या वह अपनी धुन को स्टेज तक ले जा पाएगा? और क्या वह मिन्हो को अपने दिल की बात बता पाएगा?
जिवोन ने अपनी आँखें बंद कीं और धुन को पूरा किया। यह अब तक की उसकी सबसे खूबसूरत रचना थी। लेकिन यह धुन सिर्फ़ संगीत नहीं थी—यह उसका दिल था, जो मिन्हो तक पहुँचने की कोशिश कर रहा था।

लेखक का नोट:
साइलेंट हार्ट्स का छठा एपिसोड पढ़ने के लिए दिल से शुक्रिया! जिवोन और मिन्हो की नज़दीकियाँ, जुनहो का तनाव, और परिवार का दबाव—क्या ये सब जिवोन के दिल को और उलझा देंगे? उनकी कहानी अब एक नए मोड़ पर है, जहाँ प्यार और सपनों की जंग और गहरी होगी। Matrubharti पर मुझे, InkImagination, को फॉलो करें ताकि आप इस खूबसूरत सफर का हर पल मेरे साथ जी सकें। आपके कमेंट्स मेरे लिए अनमोल हैं—बताएँ, क्या जिवोन अपनी धुन और अपने दिल को मिन्हो तक पहुँचा पाएगा? और जुनहो का क्या रोल होगा?