Finding Me, Finding Us - 2 in Hindi Love Stories by Kanchan Singla books and stories PDF | फाइंडिंग मी, फाइंडिंग अस - पार्ट 2

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फाइंडिंग मी, फाइंडिंग अस - पार्ट 2

कंगना कहती है.....मम्मा! मुझे शादी से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन मुझे शादी से पहले अपनी एक छोटी सी विश पूरी करनी है। मैंने एग्जाम के लिए विश मांगी थी कि अगर अच्छे से हो गए तो मैं जाखू मंदिर जाऊंगी। श्रेया ने भी विश मांगी थी। हमें वहां जाना है बस आपकी अनुमति चाहिए। मुझे शादी से पहले ही जाना है, आप यह मत कहना की आशीष के साथ चली जाऊं। वो वैसे भी शहर से बाहर गया है और शादी से पहले उसके साथ घूमने जाने की अनुमति पिताजी के पिताश्री बिल्कुल भी नहीं देने वाले और एक बात और श्रेया और मैंने साथ में मन्नत मांगी थी अगर मैं नहीं गई तो उसकी मन्नत मेरी वजह से अधूरी रह जाएगी। आपके पास मना करने का कोई ऑप्शन नहीं है। प्लीज, हां कर दीजिए।

वहीं किचन में खड़ी उसकी बड़ी मोम यानी की ( ताइजी) कहती है...यह क्या कह रही हो तुम ? तुम अकेले कहीं नहीं जाओगी। हमारे घर की लड़कियां इस तरह से घूमती हुई अच्छी नहीं लगती और ऊपर से तुम्हारा रिश्ता भी पक्का हो गया है।

कंगना उनकी बात पर ध्यान ना देकर अपनी मॉम से जिद करते हुए कहती है....मॉम प्लीज! आखिरी बार है मान जाओ ना । 

उसकी मॉम कहती है....दादा जी, नहीं मानेंगे कंगना।

कंगना कहती है....आप उनसे अनुमति ले आइए ना प्लीज़। मुझे पता है कि वो आपकी बात मान लेंगे। आप उनकी आदर्श बहू जो ठहरी।

उसकी ताइजी कहती है....इस लड़की की जबान सौ गज  लंबी है। कमला तुम इसकी कोई बात नहीं सुनोगी। यह लड़की अपने आप में ही एक आफत है। शादी करके जाए इस घर से हमें तसल्ली मिले। 

कंगना कहती है.... ताई जी, जा तो रही ही हूं। जाने वाले की एक छोटी सी ख्वाहिश ही पूरी कर दीजिए। राक्षस लोग भी आखिरी इच्छा पूरी कर दिया करते थे मारने से पहले। आप तो फिर भी कितनी अच्छी हैं मान जाइए ना प्लीज़ प्यारी ताईजी।

कंगना की जिद देख उसकी मॉम कहती हैं.... ठीक है, ये आखिरी बार है इसके बाद तुम्हारी कोई फरमाइश पूरी नहीं होगी। 

कंगना खुश होते हुए कहती है..... थैंक्यू मॉम ! इतना कहकर वह उनके गले से एक बार फिर से लिपट जाती है। उसकी मॉम उसे खुद से दूर करते हुए हल्की सी एक चपत लगाती हैं। इसके बाद वह वहां से चली जाती है।

उसके वहां से जाते ही उसकी बड़ी मां कहती है....तुम इस लड़की को कुछ ज्यादा ही छूट दे रही हो, शादी के बाद घूम लेगी जहां चाहे, अपने पति के साथ कहीं भी जाए हमें उससे कोई दिक्कत नहीं होगी लेकिन अभी वह हमारी जिम्मेदारी है। उसे नियंत्रण में रखना भी वरना उसे बेलगाम होते देर नहीं लगेगी। सुना नहीं है कैसी कैसी खबरे आती रहती हैं दिन रात।

उनके यह सब कहने पर कंगना की मॉम कुछ नहीं बोलती। वह चुपचाप उनकी बात सुन लेती हैं।

वहीं कंगना अपने कमरे में आकर श्रेया से बात करते हुए उसे बताती है कि उसने मॉम को मना लिया है लेकिन भगवान जी के नाम का झूठ बोलकर। 

श्रेया कहती है....तुम एक दिन मुझे भी फंसवाओगी।

कंगना कहती है....क्या करती फिर बताओ ? अगर झूठ नहीं बोलती तो कोई भी मुझे कहीं जाने नहीं देता। शादी पक्की क्या हुई सब पगला गए हैं घर में। बड़ी मुश्किल से मां को मनाया है। भगवान जी समझ जाएंगे मेरी दुविधा, मैं उनसे कान पकड़ कर माफ़ी मांग लूंगी।

अगला भाग जल्द ही प्रकाशित होगा।