आज सन्डे है विक्की के बंगले में सब तैयार हो कर अपने अपने जगह चलें गए।
बंगले के बाहर भीड़ लग चुकी थी। सबको सबका काम पता था तो सभी काम पर लग चुके थे।
विक्की भी मोनीटरिंग कर रहा था शायद नताशा का इंतजार कर रहा था।
बहार भीड़ बहुत थी सब को अन्दर आने की चेष्टा चल रही थी।
कुछ देर बाद नैना भी वहां पहुंच गई।
गेट के बाहर बहुत देर तक ये सब देख रही थी नैना और सोच रही थी कि खुद को सम्हाल पाएंगी कि नहीं।।
गेट पर जो गार्ड बैठा था वो नैना को वहीं पर रोक दिया और फिर बोला कि नये लोगों को अभी जाने नहीं दिया जाएगा।।
नैना वहां रुक गई और फिर बोली हे भगवान ये कैसा इन्साफ है कभी यह बंगला और इसमें रहने वाले मुझे कितना चाहते थे पर अब तो कोई मुझे मेरे चहरे को नहीं देखना चाहेगा।
नैना ने पुरा फुल स्लीव्स वाले कुर्ती पहनी थी और दुपट्टे से पुरा चहेरा ढक रखा था।
काफी देर तक नैना वहीं खड़ी रही और देख रही थी कि सब वापस जा रहे थे।
काफी देर बाद जब कुछ भीड़ कम हुई तो नैना आगे बढ़ कर बोली कि प्लीज़ मुझे जाने दिजिए।।
गार्ड ने कहा हां, हां ठीक है जाओ।।
फिर नैना अन्दर गई उसे तो सब रास्ता पता था वो ऐसा जताई जैसे उसे पता नहीं हो।
फिर अन्दर पहुंच गई तो देखा कि अनिक बैठ कर सब पुछताछ कर रहा था।
नैना आगे बढ़ गई और फिर बोली मैं नताशा हुं।
अनिक ने पुरी तरह से देखा और फिर बोला अच्छा बैठ जाइए।
नैना बैठ गई और फिर बोली कि मैं अपना आधार कार्ड लाई हुं ये कहते हुए नैना ने कार्ड दिखाया।
अनिक ने कहा अरे आपका चहेरा जला हुआ है?
नैना ने कहा हां वो जल गया है पर मुझे इस नौकरी की बहुत जरूरत है।
अनिक ने कहा अच्छा नताशा आपका आवाज बहुत जाना पहचाना लग रहा है।
नताशा ने कहा ऐसा कैसे हो सकता है सर मैं तो यहां पहली बार आई हुं।
अनिक ने कहा हां ठीक है पर फाइनल तो विक्रम सिंह शेखावत ही करेंगे।।
नैना ने कहा हां , ठीक है मैं क्या?
अनिक ने कहा अभी वहां बैठ कर ये फार्म भर दिजिए।
नैना फार्म लेकर एक कुर्सी पर बैठ गई।
कुछ देर बाद ही विक्रम सिंह शेखावत ने अनिक को अन्दर बुलाया और कहा कि नताशा आ गई?
अनिक ने कहा हां ये देखो उसका आधार कार्ड!
विक्की ने जैसे ही देखा तो कुछ समझ नहीं पाया और बोला कि अरे ये तो जली हुई है उसे अभी रिजेक्ट करो!
अनिक ने नताशा की कहीं हुई बात बताई पर विक्की नहीं राजी हुआ।
नताशा बैठ कर फार्म भर रही थी और फिर बोली कि अभय भाई से आधार कार्ड बनबाना पड़ा इस नाम से।। क्या करती अब तो नया नाम,नया काम से शुरू करना होगा।
अनिक मायुस हो कर आया और फिर बोला कि नताशा सर ने तुम्हें रिजेक्ट कर दिया!You understand this!
नैना ने मुस्कुराते हुए कहा हां, मुझे पता था कोई बात नहीं मैं चलती हूं और ये फार्म तो भर दिया मैंने शायद आपके काम आ जाए!
नैना की आंखों से आंसू निकलते हुए अनिक ने देखा पर कुछ कहा नहीं।।
नैना वहां से निकल गई।
नैना जाते हुए सोच रही थी कि विक्की तुम कितने बदल गए तो बस ऊपरी सुन्दरता ही सब कुछ है तुम्हारे लिए। अगर निलेश होता तो शायद ऐसा कभी नहीं करता।
नैना वापस घर आ गई तो देखा कि कुछ पुलिस अधीक्षक आएं थे।
नैना ने कहा हां,सर मैंने ही कहा था उस दिन की सारी घटनाएं मैं बताने के लिए तैयार हुं।।।
पुलिस अधीक्षक ने कहा हां मैं समझ गया हुं अब तुम्हारा सारा बयान नोट होगा और फिर।
नैना ने कहा हां सर , साहिल सर जैसे अच्छे इंसान इस दुनिया चले गए वो भी उन लड़कों की वजह से। अमीर घर बिगड़े हुए।।
फिर काफी देर तक नैना से पुछताछ हुई उसका सारा बयान नोट हो गया।
नैना रोने लगी और फिर बोली सर आज मैं खुद को इतना लाचार,बेबस महसूस कर रही हुं मेरा सब कुछ चला गया सर,शरीर का आधा हिस्सा जल चुका है। फिर भी जी रही हूं कि मेरे उन गुनहगारों को सजा मिल पाएं।
पुलिस अधीक्षक ने कहा हां, नैना मैं तुम जैसी निडर लड़की को सलाम करता हूं कि इतना कुछ होने के बाद भी तुम हिम्मत नहीं हारी।।
फिर पुलिस अधीक्षक चलें गए।
अभय और अपर्णा ने सारी बात पुछी की वहां क्या हुआ?
नैना ने सब कुछ बताया और कहा कि मौसम को बदलते देखा है पर एक इन्सान भी बदल सकता है ऐसा नहीं सुना पर आज देख लिया।
बिक्की के बंगले में----------
शाम हो गई थी पर आज भी कोई नहीं मिली।
फौजी भाई ने कहा यार विक्की क्या करना है किसी को भी नहीं रखना है क्या?.अनिक ने कहा तुम्हें चाहिए क्या?
विक्की ने कहा एक ममता,बस थोड़ा सा भरोसा, कुछ पल की खुशी।।
अनिक ने कहा हां, ये सच कुछ तो नताशा में था पर तुमको उसका चेहरा पसंद नहीं आया?
विक्की ने कहा हां वो तो है पर उसका जला हुआ चेहरा!
अनिक ने कहा हां तो वो तो दुपट्टे से ढक कर आई थी यार,देख कर लगा कि जरूरत थी उसको।।
विक्की ने कहा हां, देखते हैं एक बार माया दी से बात करते हैं।
फौजी भाई ने कहा यार विक्की हम लोगों को ये सिखाया जाता है कि इन्सान को परखने के लिए उसका चेहरा नहीं उसका जज्बा देखो।।
विक्की ने कहा हां ठीक कहा तुमने पर मुझे थोड़ा परखना है।।
फिर सब मिलकर डिनर करने के बाद वापस चलें गए।
विक्की ने कहा इस सन्डे को नहीं होगा कुछ।।
सारा ने कहा हां ठीक है भाई वो नताशा को देखा मैंने रो रही थी।।
विक्की ने कहा हां सब नाटक करते हैं यहां यूं एस में इसकी कमी नहीं है।
अनिक ने कहा तू उसे गलत समझ रहा है एक बार मिल लें।।
विक्की ने कहा हां ठीक है बुलाओ उसे और फिर मैं दी से बात करता हूं।
फिर विक्की ने माया को फोन करके सब कुछ बताया और कहा कि ये सब बातें हैं।।
माया ने बहुत सोच समझ कर कहा कि विक्की मुझे लगता है नताशा ही Miss perfect है।।
एक बार उसे न्यारा के पास छोड़ दो फिर तुम मोनिटर कर लो।
विक्की ने कहा Di you are great! Thanks dear...
माया ने कहा हां, हां ठीक है चल फिर मुझे सब बताना।।
फिर सारी बात सुनने के बाद अनिक ने नैना को फोन किया।
नैना ने फोन उठाया और फिर बोली अरे आप!
अनिक ने कहा हां क्या तुम यहां आ सकती हो अभी?
नैना ने कहा हां ठीक है मैं एक घंटे तक आती हूं।
नैना जल्दी से तैयार हो गई और फिर उसने अपने दुपट्टे से ढक लिया अपने आधे जले हुए हिस्से को।।
और फिर नीचे पहुंच कर बोली भाई बुलाया है विक्रम सिंह शेखावत ने।।
अभय ने कहा वाह क्या बात है बहना!
फिर नैना भी निकल गई।
और एक बार फिर वो विक्की के बंगले में पहुंच गई।।
अब आगे क्या होगा ये जानना चाहते हैं तो अगला अध्याय जरूर पढ़ें।
क्रमशः