Chudel ki Kamvasna - 1 in Hindi Horror Stories by Rakesh books and stories PDF | चुडैल की कामवासन - 1

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चुडैल की कामवासन - 1



आर्यन की जिंदगी हमेशा साधारण रही थी। दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में एक छोटा सा अपार्टमेंट, एक मामूली नौकरी, और एक एकाकी जीवन। लेकिन उसके भीतर हमेशा एक खालीपन था, जिसे कोई भी चीज़ भर नहीं पाती थी। उसे कभी-कभी अजीब ख्याल आते—सपनों में, उसे किसी रहस्यमय महिला का चेहरा दिखाई देता, जिसकी आंखों में जलन और कामवासना का अजीब मिश्रण होता।

एक रात, जब बारिश की बूँदें उसकी खिड़की पर टकरा रही थीं, आर्यन ने एक पुरानी किताब खोली। किताब का नाम था *“रहस्यमयी आत्माओं और उनकी कामवासना”*। आर्यन ने जैसे ही किताब के पन्नों को पलटना शुरू किया, उसे एक अजीब सी गर्मी का एहसास हुआ। पन्नों पर लिखी बातों में से एक मंत्र उसके कानों में फुसफुसाने लगा—“जो इच्छाओं को अपनी शक्ति से बुलाता है, उसे उसका प्रतिफल मिलेगा।”

आर्यन को उस वक्त यह सब मज़ाक जैसा लगा। लेकिन उसी रात, जब वह सोने के लिए बिस्तर पर लेटा, उसने देखा कि उसके कमरे की छाया में किसी का रूप बन रहा है। वह महिला—सपनों में दिखी हुई—सचमुच उसके सामने थी।

उसकी त्वचा धुंधली, लेकिन चमकदार थी। उसकी आंखें लाल और कामवासना से भरी हुई थीं। उसने धीरे से कहा, “तुमने मुझे बुलाया है।”

आर्यन ने कांपते हुए कहा, “मैं… मैंने बस किताब पढ़ी थी, कुछ भी नहीं बुलाया।”

चुड़ैल ने मुस्कुराते हुए कहा, “सपनों और वास्तविकता के बीच बहुत महीन रेखा होती है। और तुमने उसे पार कर लिया।”

आर्यन की सांसें तेज़ हो गईं। महिला उसके करीब आई और उसकी उंगलियों को छूते हुए कहने लगी, “तुम्हारी कामवासना मुझे बुला रही थी। अब मैं यहाँ हूँ।”

उस रात आर्यन ने महसूस किया कि उसके सपने और वास्तविकता का अंतर मिट गया है। चुड़ैल उसकी इच्छाओं का दर्पण बनकर उसके सामने खड़ी थी।

अगले दिनों, चुड़ैल आर्यन की जिंदगी का हिस्सा बन गई। हर दिन, हर रात, उसकी कामवासना को पोषित करती। आर्यन ने महसूस किया कि जैसे उसके भीतर का खालीपन धीरे-धीरे भर रहा है, लेकिन इसके साथ ही उसका नियंत्रण भी धीरे-धीरे खोता जा रहा है।

चुड़ैल ने उसे सिखाया कि कामवासना केवल शारीरिक नहीं होती। यह मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक स्तर पर भी शक्ति देती है। आर्यन ने उसके साथ रहते हुए अनजाने में अपनी इच्छाओं की सीमा को पार करना शुरू कर दिया।

एक रात, जब चाँद पूरी तरह चमक रहा था, चुड़ैल ने आर्यन को कहा, “आज मैं तुम्हें उस दुनिया में ले चलूंगी, जहां इच्छाओं की कोई सीमा नहीं है।”

आर्यन ने डर और उत्तेजना के मिश्रण में सिर हिलाया।

उन्होंने एक पुराने मंदिर की ओर कदम बढ़ाया। मंदिर के अंदर, दीवारों पर प्राचीन चित्र और प्रतीक थे, जो कामवासना और शक्ति को दर्शाते थे। चुड़ैल ने धीरे से मंत्र उच्चारित किया और आर्यन को मंत्रों की दुनिया में प्रवेश कराया।

आर्यन ने महसूस किया कि उसकी इच्छाएँ, उसके शरीर की हर प्रतिक्रिया, उसकी सोच, सब कुछ तेज़ हो गया है। उसने अपने भीतर के गहरे रहस्यों को महसूस किया।

चुड़ैल ने उसे छूते हुए कहा, “अब तुम मेरे साथ हो, तुम्हारी कामवासना मेरे हाथों में है।”

आर्यन की चेतना और अवचेतन दोनों ही उसके नियंत्रण से बाहर होने लगे। उसने देखा कि उसके आसपास की दुनिया बदल गई है—सपने और वास्तविकता का मिश्रण उसे चारों ओर घेरे हुए है।

चुड़ैल ने उसकी आँखों में झांकते हुए कहा, “यह शक्ति केवल तुम्हारा नहीं है। यह हमारी है। तुम्हारी इच्छाएं हमें जोड़ती हैं।”

आर्यन ने पहली बार महसूस किया कि कामवासना केवल शारीरिक नहीं थी, बल्कि एक ऊर्जा थी, जिसे वह और चुड़ैल दोनों साझा कर रहे थे।

रातें गुजरने लगीं, और आर्यन का जीवन पूरी तरह बदल गया। वह अब केवल अपने कामवासना के प्रभाव में नहीं था, बल्कि उसकी चेतना खुद उस ऊर्जा का हिस्सा बन गई थी।

एक दिन, चुड़ैल ने आर्यन को एक रहस्यमयी पुस्तक दी। पुस्तक में लिखे मंत्रों ने उसे अनगिनत स्तरों पर इच्छाओं और कामवासना के रहस्यों में ले जाया। आर्यन ने महसूस किया कि यह केवल एक शुरुआत थी।

उसकी जिंदगी अब दो दुनियाओं के बीच झूल रही थी—एक जहाँ वह खुद था, और दूसरी जहाँ उसकी कामवासना और चुड़ैल की शक्ति का साम्राज्य था।

आर्यन अब जान चुका था कि इस दुनिया में संतुलन बनाए रखना कठिन था। कामवासना ने उसे शक्तिशाली बनाया, लेकिन साथ ही उसके नियंत्रण को भी चुनौती दी।

चुड़ैल ने मुस्कुराते हुए कहा, “अब तुम्हें चुनना है—क्या तुम अपनी इच्छाओं में खोना चाहते हो, या संतुलन बनाना सीखोगे।”

आर्यन ने धीरे से सिर हिलाया, उसकी आँखों में नए अनुभव की झलक थी।