Ek Raat ka Raaz - 6 in Hindi Crime Stories by silent Shivani books and stories PDF | एक-रात एक-राज़ - 6

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एक-रात एक-राज़ - 6

पसीने से लथपथ आरोही, जैसी ही घर पहुंचती है...!!! 

नेहा तू यहां??? आरोही ने हैरानी से पूछा...!!
तू यहां क्या कर रही है???

मै तुझसे मिलने आई हूं आरोही, कैसी है तू??( नेहा ने कहा)

 तू मेरे साथ अंदर चल... "आरोही उसे अंदर लेकर ग ई"

क्या हुआ तू इतनी सुबह कहां ग ई थीं??? नेहा ने पूछा....

कुछ बस ऐसे ही कुछ काम था , "आरोही ने बात घुमाते हुए कहा"

 सच सच बता आरोही क्या हुआ है?? क्या तू सच मे कुछ जानती है??? 'नेहा बोली '

आरोही नेहा को हग करती है, नेहा आदित्य पता नहीं मुझे छोडकर क्यो चला गया, अब मै उसके बिना कैसे रहूंगी....??? और सबको लगता है कि मैंने उसे मारा, क्या मै उसे मार सकती हूं???

नहीं आरोही पर तू वहां क्यूं गई थी, शक की सारी सुई तुझपर ही जा रही है ...

क्या तुझे भी ऐसा ही लगता है नेहा??

नहीं आरोही मुझे तुझ पर पूरा यकीन है... " नेहा ने कहा"

पता नहीं आदित्य को किसने मारा???"नेहा ने कहा"
तुझे किसी पर शक है, आरोही??

शक तो मुझे बहुत सारे लोगों पर है, पर मै किसी को भी लेकर श्योर नहीं हूं...!! "आरोही बोली"

नेहा का फ़ोन रिंग करता है... 
पर वो फोन काट देती है,

क्या हुआ नेहा तू फ़ोन क्यूं नहीं उठा रही...??

कुछ नहीं रांग नम्बर है... उसने थोड़ा हिचकते हुए कहा...

एक ओर बार फोन रिंग किया... इस बार आरोही ने नेहा की स्क्रीन पर देखा....वो थोड़ा कंफ्यूज थी, उसने नेहा से कुछ नहीं कहा...

नेहा ने एक ओर बार फ़ोन कट किया, 
अच्छा आरोही मै निकलती हूं, तू अपना ध्यान रख...!! इतना कहकर नेहा वहां से चली गई...!!

क्या मैंने नेहा की फ़ोन की स्क्रीन पर राजवीर नाम देखा??? हां वो राजवीर ही था, पर जहां तक मै जानती हूं नेहा को ,उसका राजवीर नाम का तो कोई दोस्त नहीं है, फिर ये कौन है??
क्या ये वही राजवीर है??

आरोही इतना सोच ही रही थी कि डोर बेल बजी....!!

कौन है?? मां!! आरोही ने कहा...

कुछ पार्सल है ..
पार्सल ?? इसमे क्या हो सकता है???
आरोही ने कमरे में जाकर पार्सल खोला....

ये सब क्या है, वो डरते हुए बोली!!

तभी उसका फ़ोन बजा,, 
है...लो कौऽऽ "उसने डरते हुए कहा"

इतने जल्दी भुल ग ई..?? अभी सुबह ही तो मिले थे !!
राजवीर तुम??
हां, कैसा लगा गिफ्ट??? उसने कड़क आवाज में पूछा...

 
आखिर तुम चाहते क्या हो?? किसके लिए काम कर रहे हो, वो भी गुस्से में बोली;

मुझे पैनड्राइव दे दो मै तुम्हारी जिंदगी से चला जाऊंगा!!!

मेरे पास कोई पैनड्राइव नहीं है,,

ऐ लड़की झूठ मत बोल, जल्दी से पैनड्राइव दे दे वरना, जो मैंने अभी जो तेरे पास भेजा है, वो कल  अखबारों की सुर्खियों में होगा... समझी तू??

हैलो... हैलो... आरोही ने कहा 

फोन कट चुका था...

आरोही ने पार्सल को लाॅकर मे रख दिया...
उसने अपना फोन उठाया...और 

हैलो अमन, मै आरोही बोल रही हूं...

मुझे तुमसे अभी मिलना है, मेरे घर के पीछे वाले कैफे में आ जाओ...

आधे घंटे बाद...

क्या हुआ, मैम आपने मुझे क्यूं बुलाया???
अमन मुझे तुम्हारी मदद की जरूरत है, क्या तुम मेरी मदद करोगे???

वो थोड़ा हिचकिचाया...

आरोही समझ चुकी थी... क्या तुम्हें भी लगता है कि मैंने तुम्हारे आदित्य सर को मारा???

नहीं मैम मुझे ऐसा बिल्कुल नहीं लगता, पर पुलिस??

तुम पुलिस की चिंता मत करो मुझे पुलिस ने कुछ दिनों की रियायत दी है, तुम बस मेरी एक मदद कर दो मै तुम्हारा नाम नही आने दूंगी...

हां मैम बोलिए?? उसने कहा 

मुझे पता है, मर्डर वाले दिन आदित्य कहीं गया था...

हां मैम सर कही गये थे, पर मुझे नहीं पता कि कहा गये थे...!!

उसका पता चल सकता है, तुम्हें पता है न कि आदित्य के पास दो फोन है, उस दिन आदित्य अपना दूसरा फ़ोन जरुर लेकर गया होगा!!

पर आप ये बात इतने यकीन के साथ कैसे कह सकती है...??

क्योंकि आदित्य उस दिन शायद किसी ऐसे शख्स से मिलने गया था, जिसके बारे मे वो मुझे भी बताना चाहता था, कुछ तो हुआ था उस दिन, आदित्य अपना फोन हमेशा अपने साथ रखता था, अगर वो उस दिन बिना फोन लिए गया था तो उसका कोई रिजन होगा...
और ऐसी कंडीशन में आदित्य ने अपना दुसरा फ़ोन जरुर साथ रखा होगा...

मुझे वो दुसरा फ़ोन चाहिए... "आरोही ने कहा"

पर मैम मुझे नहीं पता सर उसे कहा रखते हैं,,

मुझे पता है, वो फोन कॅबिन के अंदर वाले ड्रावर मे रखता था, वो वहीं होगा!!

पर मैम उसकी चाबी मेरे पास नहीं है,, 

पर मेरे पास है, आदित्य की दुसरी चाबी हमेशा मेरे पास होती है, 

ये लो चाबी, और ड्रावर से जो भी मिले मुझे निकाल कर लाकर दो ,," आरोही ने चाबी अमन के हाथ में देकर कहा"

पर मैम आप मुझपर इतना भरोसा क्यूं कर रही है?? 

क्यों कि आदित्य तुम पर इतना भरोसा करता था, उसने मुझे बताया था कि तुम कितने ईमानदार हो,, आदित्य की हर डिटेल्स तुम्हारी पास रहती थी, हर डाॅक्यूमेंट इवन फोन का भी पासवर्ड तुम्हें पता है, इसलिए मुझे भी तुमपर पूरा यकीन है, प्लीज़ मेरी मदद करो !!

ठीक है मैम मै आपको वो फ़ोन लाकार दूंगा!! इतना कहकर वो चला गया...

To be continue.....


क्या आरोही को उस फोन में कुछ मिल पायेगा, आखिर उस पार्सल को देखकर आरोही इतना डर क्यूं गई , क्या था उस पार्सल में??? क्या नेहा के फ़ोन में राजवीर नाम से फोन आना सिर्फ एक संयोग है, या नेहा भी कुछ छिपा रही है??? सारे सवालों के जवाब मिलेंगे बस जुड़े रहिए मुझसे और मेरी कहानी से....

एक -रात एक -राज ...