Mafia ki Nazar me - 23 in Hindi Love Stories by InkImagination books and stories PDF | माफिया की नजर में - 23

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माफिया की नजर में - 23

🖤 माफ़िया की नज़र में – Part 23:

"नई शुरुआत, नया खतरा"


"कभी-कभी जंग जीतने के बाद भी तुम्हें एक नया युद्ध लड़ना पड़ता है, क्योंकि माफ़िया की दुनिया कभी सोती नहीं।"
अहाना का दिल अब जैसे एक नई राह पर कदम रख रहा था। पुराने चर्च की वो खौफनाक रात—रुद्र का पतन, माँ सुमन का लौटना, और मेमोरी चिप का सच (Part 22)—ने उसे आज़ादी का अहसास दिलाया था। पापा की चिट्ठी—“इस सच को दुनिया तक पहुँचाओ” (Parts 9-22), दूसरी डायरी और USB (Parts 15-20), और रवि, विशाल, निहारिका, और रुद्र की सच्चाई (Parts 8-22) ने उसे एक लंबी जंग जीतने की ताकत दी थी। लेकिन वो अनजाना मैसेज—“एक नया खेल शुरू हो चुका है। क्या तुम तैयार हो?” (Part 22)—उसे फिर से बेचैन कर रहा था। “पापा का सच दुनिया तक पहुँच गया, लेकिन ये नया खेल क्या है?”
अहाना, रायान, सुमन, और मायरा अब एक नए सेफहाउस में थे, जो शहर से दूर एक छोटे से गाँव में था। सूरज की किरणें बाँस के झुरमुटों से छनकर आ रही थीं, और पास की नदी की आवाज़ एक अजीब सा सुकून दे रही थी। लेकिन अहाना का मन शांत नहीं था। वो मेमोरी चिप पुलिस तक पहुँच चुकी थी, और खबरों में बताया जा रहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने रुद्र के खिलाफ एक विशेष सुनवाई का आदेश दिया था—“Decree of the Supreme Court of India”—जिसमें मेमोरी चिप के सबूतों के आधार पर माफ़िया के पूरे नेटवर्क को खत्म करने की बात थी।
अहाना ने रायान की तरफ देखा, जो अब पूरी तरह ठीक हो चुका था। “रायान, हमने रुद्र को रोका। पापा का सच दुनिया तक पहुँच गया। लेकिन वो मैसेज… मुझे लगता है ये अभी खत्म नहीं हुआ।”
रायान ने उसका हाथ पकड़ा, उसकी आँखें गहरी थीं। “अहाना, तुमने अपने पापा का वादा पूरा किया। अब हमें अपनी ज़िंदगी जीनी चाहिए। लेकिन अगर कोई नया खतरा है, तो मैं तुम्हारे साथ हूँ। हमेशा।”
सुमन ने पास आकर अहाना का कंधा थपथपाया। “मेरी बेटी, मैंने तुम्हें एक बार खोया था। अब मैं तुम्हें और खतरे में नहीं देख सकती। लेकिन अगर ये नया खेल तुम्हें बुला रहा है, तो मैं भी तुम्हारे साथ हूँ।”
मायरा ने अपने फोन पर GPS ट्रैकर चेक किया। “अहाना, वो मैसेज एक पुराने रेलवे स्टेशन से आया था—शहर से 50 किलोमीटर दूर। मुझे लगता है वहाँ कोई तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है।”
अहाना ने गहरी साँस ली। “तो हमें वहाँ जाना होगा। लेकिन इस बार… हम इसे खत्म करेंगे।”

🌌 पुराने रेलवे स्टेशन का रहस्य
रात 10:45 बजे।
पुराना रेलवे स्टेशन एक सुनसान जगह थी, जहाँ जंग लगी पटरियाँ और टूटी-फूटी बेंचें समय की मार को बयाँ कर रही थीं। हवा में कोहरे की पतली परत थी, और दूर कहीं एक ट्रेन की सीटी की आवाज़ गूंज रही थी। अहाना, रायान, सुमन, और मायरा स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर खड़े थे। अहाना ने अपनी डायरी को कसकर पकड़ा, और GPS ट्रैकर की लाल बत्ती अब तेज़ी से चमक रही थी।
“ये जगह… मुझे डरावनी लग रही है,” मायरा ने फुसफुसाते हुए कहा। “पापा की डायरी में इस स्टेशन का ज़िक्र था, है ना?” (Part 9)
अहाना ने सिर हिलाया। “हाँ, पापा ने लिखा था कि उनकी एक डील यहाँ टूटी थी। शायद यही वो जगह है जहाँ सब शुरू हुआ।”
रायान ने अपनी बंदूक तैयार की। “सावधान रहो। ये जाल हो सकता है।”
तभी प्लेटफॉर्म के आखिरी छोर से एक छाया निकली। एक जवान लड़का था, उसकी उम्र शायद 20-22 साल, लेकिन उसकी आँखों में एक अजीब सी गहराई थी। “अहाना शर्मा,” उसने ठंडी आवाज़ में कहा। “तुमने मेरे पिता को जेल भेजा। अब मेरी बारी है।”
अहाना ने चौंककर पूछा, “तुम… तुम कौन हो?”
लड़के ने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं रुद्र का बेटा हूँ। मेरा नाम है अर्जुन। और ये माफ़िया की दुनिया मेरा हक़ है।”

🌃 अर्जुन का बदला
अहाना की साँसें रुक गईं। “रुद्र का बेटा? लेकिन… तुम इतने छोटे हो।”
अर्जुन ने ठंडी हँसी हँसी। “मेरे पिता ने मुझे सब सिखाया। तुमने उनके साम्राज्य को तोड़ा, लेकिन मैं उसे फिर से बनाऊँगा। और तुम… तुम मेरे रास्ते की पहली बाधा हो।”
सुमन ने अहाना के सामने कदम रखा। “अर्जुन, ये जंग खत्म हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने तुम्हारे पिता के खिलाफ आदेश दिया है। मेमोरी चिप के सबूत उनके साम्राज्य को खत्म कर देंगे।”
अर्जुन ने तीखी नज़रों से देखा। “सुप्रीम कोर्ट? वो मेरे पैसे पर नाचता है। और वो मेमोरी चिप… वो मेरे पास है।” उसने एक डुप्लिकेट चिप हवा में लहराई। “पुलिस के पास जो गया, वो नकली था। असली मेरे पास है।”
रायान ने गुस्से से कहा, “तुम्हारा खेल यहीं खत्म होगा, अर्जुन।”
तभी अर्जुन ने अपने तीन आदमियों को इशारा किया, और गोलीबारी शुरू हो गई। अहाना, रायान, सुमन, और मायरा एक टूटी बेंच के पीछे छुप गए। अहाना ने तेज़ी से सोचा। “असली चिप? तो हमारी सारी मेहनत बेकार थी?”
मायरा ने फुसफुसाते हुए कहा, “अहाना, मैंने पुलिस को सिग्नल भेज दिया है। वो जल्दी यहाँ होंगे।”
सुमन ने अहाना का हाथ पकड़ा। “अहाना, हमें वो चिप छीननी होगी। ये तुम्हारे पापा की आखिरी जीत होगी।”

🌫️ एक नया वादा
अहाना ने रायान की तरफ देखा। “रायान, अगर आज कुछ हुआ, तो याद रखना… मैंने तुमसे सिर्फ़ प्यार किया।”
रायान ने उसका चेहरा पकड़ा, उसकी आवाज़ में दृढ़ता थी। “अहाना, हम ये जंग जीतेंगे। और फिर… हम एक नई ज़िंदगी शुरू करेंगे।”
अहाना ने मुस्कुराते हुए कहा, “हाँ, रायान। एक नई शुरुआत।”
तभी अहाना ने एक जोखिम भरा कदम उठाया। उसने बेंच के पीछे से छलाँग लगाई और अर्जुन की तरफ दौड़ी। “चिप मुझे दे दो!” उसने चिल्लाया और अर्जुन के हाथ से चिप छीनने की कोशिश की।
अर्जुन ने उसे धक्का दिया, लेकिन रायान ने तुरंत अर्जुन को पकड़ लिया। दोनों के बीच मारधाड़ शुरू हो गई। सुमन और मायरा ने अर्जुन के आदमियों को रोकने की कोशिश की। अहाना ने चिप उठा ली, लेकिन तभी एक गोली की आवाज़ गूंजी।
अहाना ने पलटकर देखा—सुमन ज़मीन पर गिरी थी, उसका कंधा खून से लथपथ था। “मम्मी!” अहाना चिल्लाई और दौड़कर उसके पास गई।
सुमन ने कमज़ोर आवाज़ में कहा, “अहाना… चिप… पुलिस तक…”
तभी पुलिस की सायरन की आवाज़ गूंजी। मायरा ने मुस्कुराते हुए कहा, “वे आ गए!”
लेकिन तभी अहाना का फोन वाइब्रेट हुआ। एक और अनजाना मैसेज:
“अहाना, तुमने चिप तो ले ली, लेकिन माफ़िया का असली सरगना अभी भी ज़िंदा है। क्या तुम उसे ढूंढ पाओगी?”

💥 To Be Continued…
अहाना ने असली मेमोरी चिप हासिल कर ली, लेकिन सुमन की चोट और एक नया मैसेज उसे फिर से जाल में फँसा रहा है।
माफ़िया का असली सरगना कौन है?
रायान और अहाना की नई शुरुआत क्या खतरे में पड़ जाएगी?

Part 24 में होगा:
अहाना का असली सरगना की खोज।
सुमन की ज़िंदगी की जंग।
एक ऐसा सच, जो इस कहानी को हमेशा के लिए बदल देगा।
अगर ये हिस्सा आपके दिल की धड़कनें बढ़ा गया, तो फॉलो करना न भूलें। क्योंकि अब कहानी का हर पल एक नया तूफ़ान लाएगा।

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