Dangers Girl - 5 in Hindi Drama by neha books and stories PDF | Dangers Girl - 5

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Dangers Girl - 5

Ab tak

हमने देखा कि सभी के सभी लोग आँखें फाड़े नैनसी को देख रहे थे

अब आगे

(क्योंकि सब को पता था कि नैना अच्छी लड़की नहीं है यहा तक नैना के भाई और बहन भी उस की मदद नहीं करते उने भी ऐसा लगता है कि नैना जान बुझ कर ये सारा तमाशा करती है )

नैना ने रोते  रोते नैंसी को कहा मैने कुछ नहीं किराए सच में कुछ नहीं किया तुम मेरा भरोसा करो मैने कुछ नहीं किया  नैना ये सब बोले जा रही थी और साथ में रो रही थी

तभी मानसी आगे आ कर कहती है मानसी इस समय नैना और नैंसी के पास ही खड़ी थी मानसी ने एक दम गुस्से से कहा कि ठीक है तो बताओ तुम्हारा यकीन को करेगा कि  तुमने कुछ नहीं कीया लेकिन में प्रिंसिपल सर से काहू गी की तुम ने पहले मेरे केक को नीचे गिराया और फिर मुझे मारा तभी मैने ऐसा किया और यह पर जितने भी लोग है वो भी मेरी ही साइड लगे तुम्हारे भाई और बहन भी समझ में आया 

मानसी की बात सुन कर नैना ने कुछ नहीं कहा उसे पता था कि कोई भी उसकी पर नहीं माने गा 

तभी नैंसी अपनी एक दम कोल्ड आवाज में कहा लेकिन मैने तो सब कुछ सुना है न

नैनसी की बात पर मानसी हंसने लगी और बोली।लेकिन तुम्हे ऐसा क्यों लगता हैं कि सब तुम्हारी बात माने गई । नैना सिंघानिया की बात कोई नहीं मानता यहां तक कि उसके मां बाप भी नहीं मानते  तो  तुम हो ही कौन जिस की बात सब लोग माने ghe 

नैंसी ने अब कुछ नहीं कहा नैना भी उनकी बात सुन रही थी लेकिन बाकी सब लोग नहीं सुन पा रहे थे 

तभी एक तेज आवाज कैंटीन में गुजी यहां पर क्या हो रहा है

सब ने उस तरफ देख तो वह पर चार लोग खड़े थे दो आदमी और दो औरत 

(इनमें पहले  आदमी है नैना के बड़े पापा राकेश  सिंघानिया थे और उन की पत्नी काव्य सिंघानिया है ओर दूसरे नैना की पापा  राजीव सिंघानिया और नैना की मां मीना सिंघानिया )

नैना ने ऊपर देखा तो वह पर उसकी फैमिली खड़ी थी 

नैना ने जल्दी से अपनी गर्दन नीचे कर ली 

नैंसी ने पीछे गुमने की जहमत नहीं उठाई नैंसी  ने  अब तक नैना की लगभग साफ कर दिया था हल्की नैना की सिर में लगे एग का चिपचिपा पन अभी भी आ रहा था जिस करन नैना के अंदर से इस समय समेल आ रही थी  

तभी किसी ने नैना को चेयर से खड़ा की ओर थप्पड़ मारने ही वाला था कि नैनसी ने जट नैना को साइड में कर  दिया और वो थप्पड़ सीधा मानसी को जाकर लगा ये थप्पड़ मीना ने नैना की मां ने   मारा था मानसी के गाल पर पांचों की पांचों अंगुलियों छप गए थी  मानसी ने इस समय अपना चहरा एक तरफ कर रखा था  सभी के सभी स्टूडेंट ने अपने चेहरे पर हाथ रख लिया था  नैना जहां पर रो रही थी वह अब उस के चहरे पर हैरानी के भाव थे और नैना में अपना मुंह खोल रखा था 

मीना सिंघानिया ने माफी मांगते हुवे कहा  sorry बेटा मुझे नहीं पता चला कि

मानसी बीच में ही बोल पड़ी कि मुझे पता है कि आंटी आप मुझे नहीं मरना चाहती थी

कुछ देर बाद 

इस समय सब लोग प्रिंसिपल के ऑफिस में थे कैंटीन में सब बच्चों को  अपनी अपनी क्लास में भेज दिया था और नैना की फैमिली ,नैंसी ओर मानसी की फैमिली को प्रिंसिपल ऑफिस में चले गए

प्रिंसिपल के ऑफिस में 

प्रिंसिपल सर ने नैना से कहा मैने तुम से कहा था न कि अगर अगली बार तुम ने कुछ किया तो मुझे तुम्हे कॉलेज से निकलना हो गा इतना कहा कर  प्रिंसिपल सर ने नैना के पापा राजीव से कहा  आप बताइए अब मुझे क्या करना चाहिए  

राजीव सिंघानिया ने कहा आप जेसा कहे गए वैसा ही होगा माना की ये कॉलेज हमारा है लेकिन सब के लिए रूल बराबर है 

प्रिंसिपल सर ने कहा तो ठीक है हम नैना को कॉलेज से निकलते है 

तभी नैना के बड़े पापा ने कहा ऐसे तो नैना की पढ़ाई खराब हो जाए गी बड़े पापा आगे कुछ बोल पाते उस से पहले ही बड़ी मम्मी ने कहा आप नैना की साइड मत लो 

वही नैना रो रही थी  कुछ देर कोई नहीं बोल फिर प्रिंसिपल ने कहा तो दिख है हम नैना को  प्रिंसिपल इतना ही बोल था कि तभी कमरे में तालियों की आवाज आने लगी सब ने देखा तो नैंसी ताली बजा रही थी 

सब लोग उसे कन्फ्यूज हो की देखा रहे थे तभी नैना की मम्मी ने कहा तो तो वही हो ना जिस ने नैना को खींचा था कैंटीन में 

नैंसी ने ताली बजाना बंद किया

आप सब stroy को रेटिंग yu nahi karte pleas ratig diya kare thaki me story continuo rak saku

Okkkkkkk byyyyyyy