जंगल में एक आदमी सिगरेट पीते हुवे गाड़ी से बाहर आता हैं । उसके हाथ में एक पिस्तौल हैं। वो उस लड़की को एक गुमनाम अड्डे पे घसीटते हुवे लेके जाता हैं । जिसमें उसका मुंह कपड़े से बांध कर ले जा रहा था। Mr राठौड़ चिता की चेहरे पे शिकन आगइ हैं । फोन बजता हैं । ACP Ranvir। लिखा हुआ आता हैं । फोन उठा कर: जय हिंद सिर ,हा sir अभी जाता हूं वहां पे।
ACP ने उसको शहर में नेता जी की सिक्योरिटी के लिए जाना हैं ऐसा ऑर्डर किया ।अब बच्ची को ढूंढे या नेता की चापलूसी करे।
नेता सुभाष चौधरी सबको भाषण दे ते हुवे : औरतों और बेटियों का सम्मान करना मेरी और हम।सब की जिम्मेदारी हैं और जो कोई ऐसा नहीं करेगा उसको में उससे यह सम्मान करवाऊंगा।
भाषण खत्म हुआ। गाड़ी में फोन पे: उसकी बच्ची उठा ली ना तुमने । ठीक मेरे से पूछे बिना कुछ नहीं करना ।
दूसरी और से वो आदमी फोन काटा और वही खड़ा होकर बोला : तेरा बाप पुलिस में हे ना । चल तुझे चोर और पुलिस का मतलब बता ता हूं ।
वो लड़की Mr राठौड़ कि बेटी प्रिया थी।
होली के दिन की बात हैं नेता अपने आवास में बैठक बुलाई थी सारे नेता वह पे दारू और भाग के नशे में थे। पुलिस उनकी सिक्योरिटी के लिए बुलाया था। वह पे नेता का बेटा राज और प्रिया दोनों एक ही कॉलेज में हैं यहां लड़का अपने बाप से कहता हैं वो प्रिया से शादी करना चाहता हैं । इस बात का राठौड़ ने मना किया और वह पे ना सुने से उसका बेटा राज गुस्से में आके राठौड़ से उलझ पड़ा। राठौड़ ने उसको सब के सामने थप्पड़ मारा और गालियां भी दी।
राज वो खुफिया अड्डे पे जाता हैं । वहां उसको प्रिया बंधी हुई मिलती हैं । राज उसके मुंह से कपड़ा हटा ता हैं । प्रिया: कुत्ते ,मुझे यह क्यों बांध के रखा हैं ।
राज: (उसके गाल को छूते हुवे): अरे मेरी रानी! तेरा बाप बहुत मारा था उस दिन अब मेरी बारी।
राज : जब आप योग्य हो और कोई आपकी योग्यता नहीं देख तो तकलीफ होती हैं ।
प्रिया: तू और योग्य मेरे लिए सपने उतने ही देख ने चाहिए जितेन पूरे कर सको।
राज: में भी देखता हूं तेरा बाप कैसे आता हैं । मेरे जीत की गारंटी तभी हैं जब जीत और हार दोनों मेरे हाथ में हैं।
राठौड़ कि गाड़ी नेता के बंगले में पहुंचे वहां पे दरवाजा खोलाकर अन्दर आया वह पे वो नेता का आदमी बैठा हैं । अंदर के रूम से लड़की के चिल्ला रही हैं । नेता उसके साथ मजा ले रहा हैं । राज इधर प्रिया के करीब आता हैं ,उसको चूमने लगा।प्रिया ने मुंह फेर लिया । राज उसके बाल खिंच कर बोला : सुन बे में यहां तेरी नखरे उठाने नहीं आया। तेरी जितनी गर्मी हैं ना वो सब में निकल दूंगा!
नेता बार आता हैं। और पसीना पोहचते हुवे : अरे पुलिसर बाबू आगया , बैठ तेरे से बात करनी हैं ।
अजय प्रिया को फोन लगा रहा हैं लेकिन नेटवर्क से बहार हैं । अजय ने प्रिया का मोबाइल ट्रैक करने रख दिया। लेकिन मोबाइल बंध हैं। राज को एक कॉल आती हैं : बेटा क्या हुआ । मिल गया गिफ्ट।
राज: जी पापा मिल गया। अच्छा कॉल पे बात तो करवा तो मेरी। राज अभी करवता हूं ।
फोन कॉल राठौड़ के सामने उठा के बोलता हैं सुनो बेटा, तेरा बाप यही हैं बात करनी हैं। प्रिया: पापा आप सुन रहे। हों। पापा....
राठौड़ गुस्से से गन को यादव के और कर बोलता हैं चुप चाप मेरी बेटी मेरे हवाले कर दो।
अरे पुलिस बाबू बैठ जाओ। वरना बेटी जान से जाएगी। प्रिया : पापा बचाओ......
यादव : देख लो यहां तुम कुछ भी गलती करोगे वहां वो खत्म कर देगा।
राठौड़ ये सब क्यों कर रहे हो। यादव के बंदे ने चला की से राठौड़ के सिर पे लकड़ी से वार कर उसको बेहोश कर दिया। उधर प्रिया को राज मन भर के छू रहा था। राज ने उसको अपनी पॉकेट मैसे एक इंजेक्शन निकला वो उसके बाजू पे मार के दवाई दे दी। कुछ समय बाद वो बेहोश होने लगी। राज उसको उठा के अलग कमरे में ले गया। अजय का कॉल आया कि प्रिया को कोई उठा के ले गया हैं । तुमने ऐसा मजाक किया हो तो प्लीज ऐसा मत करो। अजय : नहीं आंटी में ने नहीं किया यह मुझे पता ही नहीं । उसका फोन बंध आ रहा हैं। राठौड़। अंकल का भी बंध हैं उनका भी बंध नहीं हो सकता मैने अभी फोन लगाया बात भी हुई में ढूंढ रहा हूं एक काम करो तुम कुछ पता चले तो बताना । मिस प्रिया एक कॉल आता हैं उसपे यादव लिखा आता हैं । फोन उठा के काम होगया न जानू