शाम के 5.30 बज रहे थे, रीना ऑफिस में काम खतम करके बाहर सड़क किनारे इंतजार करते रहती है, तभी अक्षय अपनी ऑल्टो कार उसके सामने ला कर खड़ा कर देता है ।
रीना अक्षय की गर्ल फ्रेंड है, रीना कार का डोर ओपन कर अक्षय के बगल वाली सीट पर बैठ जाती है । अक्षय रीना को किस्स करता है, रीना भी उसे किस्स करती है । अक्षय कार आगे बढ़ा देता है ।
अक्षय का मुड़ खराब था वह रीना से कहता है "रीना, देखो थोड़ी देर में अंधेरा हो जायेगा, इसलिए मैं सुबह चलने को कहता हूं"
रीना : "अक्षय मैं रात को ही तुम्हे बता चुकी थी कि सूबह मेरी एक सहेली घर आने वाली है, वह मेरे साथ नाश्ता करके, साथ में ऑफिस आने वाली है । उसकी स्कूटी खराब हो चुकी थी, ऐसे में उसे कैसे माना करती, इसलिए तुम्हें इनफॉर्म कर दिया था की सुबह नहीं आ पाऊंगी"
अक्षय : "चलो ठीक है, लेकिन आइंदा ख्याल रखना"
रीना : "हां, ठीक है"
अक्षय रीना को गुस्से से देखते हुए : "आज हमे आधा घंटा भी प्यार करने को समय नहीं मिल पाएगा"
रीना, अक्षय की बात सुनकर अपने दोनों कानो को पकड़कर कहती है : " सॉरी ! आज के लिए सॉरी, कल से ये नौबत नहीं आएगी, प्रोमिस"
थोड़ी ही देर में अक्षय की कार पास वाले जंगल में सड़क से आधा किलो मीटर अंदर, जहां तक कार जा सकती है, ले आता है और अपनी कार को पार्क कर देता है । यह जंगल शहर से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर है ।
अक्षय : "चलो उतरो अब टाइम वेस्ट मत करो" कहते हुए कार से उतरने लगता है ।
रीना भी " हूं" कहती हुई कार से उतरने लगती है, रीना अपने हाथ में एक चादर जो कार के बैक सीट पर रखी हुई थी पकड़ लेती है ।
अक्षय जहां कार पार्क किया था, वहां पेड़ों और घने झाड़ियों से ढका हुआ था, शाम का समय था, चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ था सिर्फ चिड़ियों और पक्षियों की चहचहाने की आवाजें ही आ रही थी ।
इस जंगल में जंगली जानवरों का डर नही था, इसलिए लोग यहां कभी कभी पिकनिक मनाने भी आया करते है ।
दोनो एक पेड़ की छांव में आ जाते है, रीना, उस पेड़ के छांव के नीचे चादर बिछा देती है और उस पर दोनो बैठ कर बातें करने लगते है ।
अक्षय रीना को जोर से हग करके गालों पर किस्स करने लगता है । रीना भी उसे पकड़ कर किस्स करती है, थोड़ी देर बाद दोनों एक दूसरे के होंठों को सक करने लगते हैं ।
दोनो, पिछले एक महीने से इसी जगह पर सुबह 8.00 बजे आ जाते और 9.30 बजे तक रोमांस करके, यहीं से रीना को अक्षय उसके ऑफिस के सामने ड्रॉप कर देता और ड्यूटी के लिए निकल जाता ।
यह जगह एकांत में थी, लोगों की नजर खास कर इस जगह पर नहीं पड़ती थी, रीना को यह जगह बहुत पसंद आई थी, तब से यहीं आकर मिलने लगे थे ।
अक्षय, रीना के गले में बाहें डाले हुए : "रीना ! l love u, जब से तुमने मेरे प्यार को एक्सेप्ट किया है, मेरी रातों की नींद उड़ गई है, मुझे तुम्हारे साथ अधिक से अधिक समय बिताने का मन होता है ।
रीना : "अक्षय, तुम भी मुझे बहुत अच्छे लगते हो, स्मार्ट, सुंदर, ऊंची हाइट ... जब ऑफिस में तुम्हे पहली बार देखा, तभी से दीवानी हो गई थी"
अक्षय : "रीना ! दिन रात, सिर्फ तुम्ही मेरे ख्यालों में रहती हो, काम करते हुए भी आंखों के सामने तुम्हारा सुंदर चेहरा दिखाई पढ़ता है । सिर्फ तुम ही तुम दिखती हो" कहते हुए रीना के सर को अपने सीने से सटा लेता है ।
थोड़ी देर तक रीना, अक्षय के सीने पर सर रख कर बैठी रहती है । अक्षय उसके सर के बालों में उंगलियां फेरता हुआ उसके गालों को किस्स करने लगता है ।
रीना : "अक्षय, एक बार कार में कहीं आउटिंग के लिए लेकर जाओ ना?"
अक्षय : "हां, मैं भी सोच रहा था, कहां चलना है?"
रीना : "जहां भी, तुम लेकर जाओ, सिर्फ तुम और मैं, बस और कोई नहीं"
अक्षय : "ठीक है, प्लान करके तुम्हें कल तक बताता हूं"
कहते हुए रीना को अपने नजदीक खींच कर उसके गर्दन पर किस्स करता है ।
अक्षय रीना के ब्लाउज के ऊपर से उसके उभारों पर हांथ फेरते हुए "रीना ! मुझे सेक्स करने का खूब मन हो रहा है" कहते हुए रीना के शरीर को सहलाते हुए उसे चादर पर लेटाने का प्रयास करता है ।
रीना उससे दूर हटाते हुए कहती है : "अक्षय ! मैने इसके पहले भी कहा है, यह सब मुझे अच्छा नहीं लगता जब तक सगाई या शादी नहीं हो जाती, इस काम के लिए मुझसे दूर ही रहो । बाकी मुझसे जितना बार हग करना है, किस्स करना है, कर सकते हो"
अक्षय : "रीना क्या तुम्हें मुझ पर विश्वास नहीं है"
रीना झल्लाते हुए : "सवाल विश्वास का नहीं है, अक्षय बिना सगाई या शादी के शारीरिक संबंध बनाना ठीक नहीं हैं, बस"
रीना के मूड को देखते हुए अक्षय चुप हो जाता है और उसे गले लगा लेता है । उसके होंठों पर अपने होंठो को रखकर सक करने लगता है । रीना कुछ नहीं कहती ।
अक्षय थोड़ी देर बाद कहता है : "ठीक है, बाबा, मैं जल्दी घर में हम दोनों के बारे में बात करता हूं"
रीना : "हां ये ठीक रहेगा, जल्दी पहल करो दोनों के लिए ठीक रहेगा, नहीं तो तुम भी तड़पते रहोगे और मैं भी"
बातें करते हुए शाम ढलने लगती है, 6.30 बजने वाले थे, जंगल में हल्का अंधेरा छा रहा था । अक्षय और रीना एक दूसरे को हग किए हुए बैठे हुए बातें कर रहे थे ।
रीना और अक्षय रोमांस करने में व्यस्त थे, वहीं कुछ दूरी पर एक ऊंची कद काठी का हष्ट पुष्ट युवक एक पेड़ के मोटे तने के पीछे छुपकर उन दोनो पर नजर गड़ाए हुए था ।
रीना, उस युवक को देख रही थी, जो अभी 10 मिनट पहले ही आया हुआ था, उसे अपने हाथों से आने का इशारा करती है और अक्षय के साथ बिजी हो जाती है ।
अक्षय रीना में पूरी तरह मग्न हो कर रीना के रसीले होंठों को सक कर रहा था, रीना भी साथ दे रही थी । अक्षय की पीट युवक की ओर थी ।
इधर युवक इशारा पाते ही, अक्षय के नजदीक बिना शोर किए धीरे धीरे आगे बढ़ता हुआ पीछे से उसके पास आने लगता है ।
युवक पेड़ से नीचे गिरे हुए सूखे पत्तों पर पैर रखते समय इस बात का ध्यान दे रहा था कि उस पर पैर पड़ने पर चरमराने की आवाज नहीं के बराबर हो ।
युवक के हाथों में एक लाइलोन की मीडियम थिकनेस की लंबी ग्रीन रस्सी रहती है, जिसके सामने के भाग को वह फंदा जैसा बनाकर रखा हुआ था ।
अक्षय, अब एक हाथ से रीना के सीने के उभारों को ब्लाउज के ऊपर से खेल रहा था और दूसरे हाथ से उसके हिप्स को सहला रहा था ।
रीना, उस युवक को आता देख रही थी, वह अक्षय के साथ उसी स्तिथि में लिपटी हुई, उसके क्रिया कलापों को सहन कर रही थी ।
तभी वो युवक, अक्षय के बिलकुल पीट के पीछे नजदीक बिना आहट किए आ जाता है और पलक झपकते ही उसके गले में रस्सी का फंदा फंसा कर, रस्सी के दूसरे सिरे को खींच कर रीना से अलग कर लेता है ......
वो युवक कौन है? रीना और युवक का क्या इरादा है? अब अक्षय क्या करेगा?
पढ़ते रहिए अगले भाग में ......
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Thanks.