Tere Mere Darmiyaan - 24 in Hindi Love Stories by CHIRANJIT TEWARY books and stories PDF | तेरे मेरे दरमियान - 24

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तेरे मेरे दरमियान - 24


जानवी :- बस थोड़ा सा और । हो गया हो गया ।




जानवी बहोत ही प्यार और आराम से आदित्य के जख्म को साफ करके नई पट्टी लगा देती है । जिससे आदित्य को बहोत अच्छा लगता है । पट्टी हो जाने के बाद आदित्य सर्ट को पबने जाता है तो जानवी दैखती है के सर्ट मे हल्का सा बल्ड लग गया था । जिसे दैखकर जानवी कहती है ।




जानवी :- रुको इसे मत पहनो , इसमे बल्ड लग गया है ।



आदित्य :- पर जानवी , अगर नही पहनूंगा तो जाउगां कैसे ? कुछ नही होगा , मैं घर मे घो लूगां ।





आदित्य सर्ट को पहनने जाता है पर जानवी उससे सर्ट को ले लेती है । तभी अशोक आ जाता है । 



अशोक :- क्या बात है बेटा । तुमने आदित्य से सर्ट को क्यों छिन लिया ?



जानवी :- वो पापा , इनके सर्ट मे बल्ड लग गया था तो मैं इन्हें ये पहने के मना कर रही थी ।




अशोक :- तो ये अभी पहनेगा क्या ?



जानवी :- इसे धोकर सुखाना होगा ।



आदित्य :- नही जानवी बहोत दैर हो जाएगी । 




जानवी :- घर ही तो जाना है ना । दैर होगी तो यही रुक
जाओ । बात तो एक ही है । क्यों पापा ?




अशोक :- अ...हां ! यो भी तो तुम्हारा ही घर है ना बेटा ।


आदित्य :- पर अंकल !




अशोक :- भाई । मुझे इसमे मत घसीटो । तुम दोनो आपस मे देखलो । मैं तो चला ।




अशोक वहां से चला जाता है । आदित्य जानवी की तरफ दैखता है और कहता है ।



आदित्य :- ठिक है जानवी । तुम सर्ट मुझे दो मैं इसे धो लेता हूँ ।

जानवी :- तुम क्यों धोगे । मैं कर दूंगी । तुम यहां पर आराम करो । मैं इसे धोकर सुखा लेती हूँ । 

जानवी वहां से आदित्य के कपड़े को लेकर चली जाती है । अशोक 

ये सब बाहर से दैख रहा था । और वो बहोत खुश था । आदित्य अपने लिए जानवी के केयर को दैखकर वो भी धिरे धिरे जानवी से प्यार करने लगा था ।

पार्टी की रात 


 पार्टी मे बहोत सारे लोग आए थे । जिसमे विकी के दोस्त भी थे । उनमे से एक दोस्त विकी से पूछता है ।
विकी का दोस्त :- यार विकी ..पार्टी तो शानदार है । थेंक्स यार मुझे यहां पर बुलाने के लिए । पर यार तुने मुझे इस पार्टी पर क्यो लेकर आया ?



विकी :- (विकी अपने दोस्त मोनिका के प्लान के बारे मे बताता है । ) ----- अगर आज ये पार्टी नही होता ----- तो आज मेरी और मोनिका की ऐगेजमेंट पार्टी होती । 



विकी का दोस्त: - engagement पार्टी ?
विकी :- हां यार । मोनिका आदित्य को सबके सामने निचा दिखाने के लिए एक पार्टी चाहती थी । अगर ये पार्टी आज ना होती तो मुझे मोनिका से शादी करनी पड़ती ।



विकी का दोस्त :- इसका मतलब तु मोनिका से शादी नही करेगा ?



विकी :- पागल है क्या । मेरी Allready engagement हो चुकी है । वो एक बिजनेस के सिलसिले मे Dubai गई है और मैं उसे बहोत मिस कर रहा था तभी मुझे ये मोनिका दिखी । ये तो बस मेरा टाईम पास है ।


विकी और उसका दोस्त मोनिका की और दैखता है । तो विकी कहता है ।



विकी का दोस्त :- अगर तुझे इससे शादी नही करनी तो तुने इसे उस आदित्य से अलग क्यों किया ?



विकी :- मैने उन दोनो को अलग नही किया । मोनिका खुद उस आदित्य से अलग हूई है । वो मेरे पैसे के पिछे भागी चली आई ।




मोनिका पार्टी मे डांस कर रही थी जिसे दैखकर निकी के दोस्त के मुह स वाव निकल जाता है ।



विकी का दोस्त :--- वाव ।



विकी :- क्या कमाल की लगती है ----- है ना ?



विकी का दोस्त :- हां यार । अभी तक कुछ हूआ के नही । 



विकी :- नही यार । जब भी कुछ बोलु वो तो एक ही रट लगाए बैठी है । सब कुछ शादी के बाद । बस किसी तरह आज कुछ भी बोलकर इसे मना लु । उसके बाद ये और मैं हमेशा के लिए अलग हो जाएगें ।



विकी का दोस्त : - Best of luck yar ...!




विकी :- Thank you .



तभी वहां पर मोनिका आ जाती है । 



मोनिका :- क्या बातें हो रही है तुम दोनो मे ?



विकी का दोस्त :- कुछ नही मोनिका भाभी । ये आपके सिवा कुछ और बाते करे तब ना । जब से मैं पार्टी मे आया हूँ ये तो बस आपकी ही बातें कर रहा है । पागल हो गया है ये आपके प्यार मे ।



मोनिका अपनी तारिफ सुनकर बहोत खुश हो जाती है और विकी की और दैखकर मुस्कुराने लगती है । विकी भी खुश था क्योकी उसके दोस्त ने मोनिका की तारीफ करके उसका काम आसान कर दिया था ।



मोनिका के मन मे भी अब फिलिंग जागने लगा था । तभी वहां पर अनय आता है । अनय को दैखकर सभी खुश होते है । अनय सभी की तरफ हाथ दिखाते हूए सबको संबोधित करता है । और कहता है ।



अनय :- I hope के आप लोग पार्टी को Enjoy कर रहे हो । ये पार्टी पापा ने हमारे सक्सेस के लिए रखी है । आज वो कियी कारण से पार्टी मे नही आ पाए । पर उन्होने इतना कहा है के हम सब इसी तरह एक साथ मिलकर काम करते रहेगें , तिवारी फेमिली हमेशा आप सबके साथ है और आपका भी साथ चाहता है ।




अनय के इतना कहने के बाद वहां पर आदित्य , अशोक और जानवी भी आ जाती है । आदित्य और जानवी को दैखकर मोनिका खुश हो जाती है । वो मन ही मन आदित्य और मोनिका की बेज्जती होने पर कैसा होगा ये सौच कर खुश हो रही थी ।




मोनिका और विकी उन दोनो की तरफ जाने ही वाला था के तभी आदित्य से मिलने के लिए उसका बड़ा भाई अनय आ जाता है । अनय को दैखकर वो दोनो वही पर रुक जाता है । अनय अशोक से कहता है ।



अनय :- वेलकम सर । आईए , ( अनय आदित्य और जानवी से भी हाथ मिलाता है ।) और बोलिए सर कैसे है आप सब । 


अशोक: - सब बढ़िया है । अ....!


अशोक कांट्रेक्ट वाली बात अनय से कहना चाहता था पर बोलने से हिचकिचा रहा था । 



अनय :- आप कुछ कहना चाहते हो शायद ?



अनय के इतना कहने पर भी ना जानवी कुछ बोल पा रही थी और ना ही अशोक । तभी आदित्य कहता है ।



आदित्य :- आपसे कुछ बात करनी थी ।



अनय :- हां तो कहिए ना ।



आदित्य :- आपने जो कांट्रेक्ट विकास को दिया है वो भी स्पेशल Recommendation पर । क्या मैं जान सकता हूँ ऐसा क्यो किया आपने ?



आदित्य के इस तरह से कहने पर अशोक और जानवी दोनो ही शाक्ड थे।




अनय :- Special Recommendation? वो भी मेरी ?




आदित्य: - जी ---- आपकी !



अनय :- देखिए , हम कोई Recommendation नही करते है । हां कुछ Cases मे हो सकता है । पर आप जिस टेंडर की बात कर रहे हो । उसमे उसने सबसे कम मे रेट डाला था इसिलिए उसे ये टेंडर मिला है ।



जानवी :- नही सर-------सबसे कम रेट तो मैने डाला था । पर मुझे बताया गया के आपने ही विकास को टेंडर देने के लिए कहा है ।



जानवी की बात को सुनकर अनय हैरान था । 



अनय :- अगर ऐसा कुछ हूआ है । तो मेरा भरोसा किजिये वो टेंडर आपको ही मिलेगा । मैं इस बात जरुर पता लगाउगां ।


To be continue.....149