Operation Mirror - 2 in Hindi Science-Fiction by bhagwat singh naruka books and stories PDF | Operation Mirror - 2

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Operation Mirror - 2


तो पेश है —
ऑपरेशन: आईना


(“जिस चेहरा खोज रहे थे… वो अब खुले में है।”)



Location:

कश्मीर घाटी का दूर-दराज इलाका — गुलपुरा

वक्त: रात 9:47 बजे

बर्फ़ धीरे-धीरे गिर रही थी। एक जीप, बिना हेडलाइट जलाए, संकरी पहाड़ी सड़क पर सरक रही थी।
स्टेयरिंग पर था आरव रंधावा — चुप, सतर्क, लेकिन अंदर से बुरी तरह हिला हुआ।

पिछले 48 घंटे में उसने वो देखा, जो एक एजेंट को मानसिक रूप से तोड़ने के लिए काफी था —
एक ऐसा इंसान, जो सिर्फ उसकी नकल नहीं, उसकी सोच, चाल और आँखों तक में उसका रिफ्लेक्शन था।


फ्लैश – डिस्कवरी

RAW ने श्रीनगर में एक पुराना एनक्रिप्टेड रेडियो सिग्नल पकड़ा था —
जिसमें कोई, सेना की रेडियो फ्रिक्वेंसी पर कोडवर्ड बोल रहा था:

 "मिरर एक्टिव. कैंप Zeta operational. Target cities confirmed."



सिग्नल की लोकेशन: गुलपुरा।


गुलपुरा कैंप

पहाड़ों के बीच एक सुनसान जगह —
जहां एक पुराना स्कूल अब गुप्त ट्रेनिंग सेंटर बन चुका था।

आरव छिपकर छत से देख रहा था —
15 से 20 युवाओं को मिलिट्री स्टाइल में ट्रेनिंग दी जा रही थी।

और सामने...
एक आदमी, नकाब उतारता है, और बोलता है:

"तुम्हारा शरीर तुम्हारा हथियार है... लेकिन सोच, वह ज़हर है जिससे तुम पूरा सिस्टम बदल सकते हो।"



आरव की साँसें थम गईं —
वो आदमी... हूबहू वही था।
उसकी आवाज, उसका चेहरा, उसकी चाल — आरव रंधावा।


(अंदर) कैंप का दृश्य

एक गहरा कमरा, जहाँ दीवार पर मैप लगे थे —
हर एक भारतीय शहर के मार्कर पर एक कोड:
“MX - 13.00 IST”
(‘MX’ = Mirror X)

क्लोन आरव बोलता है:
 "13 मिनट. 13 शहर. 13 चेहरे. और कोई नहीं समझ पाएगा कि हमला कहां से हुआ।"





आरव (अपने रिकॉर्डर में बुदबुदाता है):

"यह सिर्फ हमला नहीं... ये सिस्टम को मिरर में दिखाकर उसे खत्म करने की तैयारी है। और जो चेहरा दिखेगा, वो मेरा होगा।"


आरव कैंप में घुस जाता है —
बिल्कुल साइलेंट मोड में, छाया बनकर।

लेकिन तभी...

"CLANK!"
एक शीशे की बोतल उसके पैरों के नीचे टूटती है।

अगले ही सेकंड, पीछे से एक रिवॉल्वर उसकी पीठ पर रख दी जाती है।

आवाज़:
"तू मेरा आईना है या मैं तेरा?"

आरव पलटता है... और खुद को देखता है। सामने... उसका क्लोन।



डायलॉग टकराव – दो चेहरे, एक सोच

क्लोन:
"तेरे जैसे एक एजेंट को बनाने में 12 साल लगे। मुझे बनाने में सिर्फ 9 महीने। सोच कौन आगे है?"कुछ तो खास होगा मुझ में ओर इस हिसाब से मै तेरा छोटा भाई ही सही लेकिन जितना डाटा तेरे अंदर है उससे कही अधिक डाटा मेरे अंदर है तो इस हिसाब से मै तेरा बड़ा भाई हुआ ।

आरव:
"तू चाहे मेरा चेहरा ले ले, पर जज़्बा नहीं। देश के लिए जान देना एक कोड से नहीं आता, अंदर से आता है।"रही बात बड़े छोटे की तो ये बात मेरे को मत बता ,, ओर ये भाई भाई क्या लगा रखा है मेरे विचार अलग है मेरे विचार मेरा जन्म मेरे देश ओर हित में हुआ है ओर तेरा जन्म मात्र तबाही ओर दुनिया को खत्म करने के लिए बनाया गया है । 
तेरे मेरे विचार कभी एक नहीं हो सकते ,तू ये भाई भाई कहना बंद कर ये जबरदस्ती का रिश्ता मत बना । 

मान न मान मै तेरा मेहमान,

क्लोन (हँसते हुए):
"मैं देश के लिए नहीं, उसके खिलाफ नहीं... बस उसकी रीसेटिंग के लिए हूँ।" जिसको तुम्हे समझना होगा 


आरव और उसका क्लोन आमने-सामने हैं।
एक गोली चलती है…
कैमरा ब्लर होता है…
और सिर्फ एक वाक्य सुनाई देता है:

"एक बचा है... पर कौन?"



Next episode का इंतजार करे 👍👍👍

– अस्पताल में एक घायल ‘आरव’ होश में आता है, लेकिन वो कौन है, ये तय करना मुश्किल है।
– उसे अपनी पहचान साबित करनी होगी… RAW को भी और खुद को भी।
– लेकिन असली गेम अब शुरू होगा… जब दोनों “आरव” ज़िंदा होंगे।

सवाल कई है ।



लेखक भगवत सिंह नरूका ✍️