अभी तक आपने पढ़ा था कि कैसे दोनों असली नकली आमने सामने होते है लेकिन दोनों के बीच एक कनेक्शन है ,।
“जिसे तुम असली समझ रहे हो… वो नकली भी हो सकता है।”
अब आगे ______
Location:
मिलिट्री ICU, ऊटी
वक्त: सुबह 5:02 बजे
धीरे-धीरे मशीनों की बीपिंग आवाज़ तेज़ होती है।
एक व्यक्ति ऑक्सीजन मास्क लगाए ICU बेड पर पड़ा है।
चेहरा जला हुआ… लेकिन आँखें… खुल रही हैं।
नर्स:
"सर… वो होश में आ गया है।"
RAW अधिकारी अंदर आते हैं। तीन आदमी। साइलेंट। शक की निगाहों से देखते हैं।
एक अधिकारी (फाइल देखकर):
"इसका नाम आरव रंधावा है… लेकिन क्या ये असली है?"
हॉस्पिटल सीन – जांच की शुरुआत
घायल ‘आरव’ की याददाश्त अधूरी है। उसे कुछ झलकें याद हैं —
गोलियों की आवाज, एक नकाबपोश आदमी, और उसका खुद से आमना-सामना। उसके लिए एक सपने जैसा था ।
डॉक्टर:
"इनकी याददाश्त ट्रॉमा से आंशिक रूप से ब्लॉक हो गई है। इनसे कुछ भी उगलवाने के लिए सिर्फ एक तरीका है – ब्लड कोड टेस्ट।"
ब्लड कोड टेस्ट – एक अल्ट्रा सीक्रेट प्रक्रिया
RAW के टॉप एजेंट्स के डीएनए में एक इंटेलिजेंट कोड इन्सर्ट किया गया होता है,
जो सिर्फ एक खास सवाल का जवाब “कोड के रूप में” खून में देता है।
प्रश्न:
“तुम किसके लिए जिंदा हो?”
असली आरव का कोड: RA-19-INDIA
क्लोन का कोड: ???
टेस्ट लिया गया... और रिपोर्ट आई।
रिपोर्ट: कोड डिटेक्टेड – ‘RA-19-INDIA’
RAW अधिकारी मुस्कुराए:
"वेलकम बैक, आरव। अब हम जानते हैं, तुम असली हो।"
लेकिन… तभी… डॉक्टर के हाथ से दूसरी फाइल गिरती है —
एक दूसरी रिपोर्ट।
जिसमें दूसरा व्यक्ति… ठीक इसी अस्पताल में, बगल के कमरे में…
तभी एक डॉक्टर उस कमरे में आता ओर बोलता है सर जो फाइल आपको दी है वो दूसरे मरीज की है जो इनके साथ भर्ती करवाया गया है ,लेकिन ,,,,
वो कहता कहता रुक जाता है डॉक्टर एक नजर उस फाइल पर देता है ,,
वही कोड दिए हुए पाया गया है: ‘RA-19-INDIA’.
DANGER ALARM – दोनों के ब्लड कोड एक जैसे
अब खतरा और बड़ा हो चुका था।
दोनों ज़िंदा हैं। दोनों का खून एक ही जवाब दे रहा है।
अब सवाल है –
“अगर कोड भी गुमराह कर रहा है… तो सच्चाई क्या है?”
ये आरव है तो वो कौन है ओर अगर वो आरव है तो ये कौन है ,,, इन दोनों की रिपोर्ट जल्दी ऑफिस भेजो,।
ओर हा तब तक ये दोनों ठीक नहीं हो जाते यहां की सिक्योरिटी ओर टाइट कर दो ,कोई बाहर अन्दर नहीं आना चाहिए ।
शीशे के उस पार
RAW एक कांच वाले रूम में दोनों को आमने-सामने बैठाता है।
कोई जवाब नहीं।
बस आंखें टिकी हैं एक-दूसरे पर।
तभी क्लोन मुस्कुराता है:
"ये गेम अब खून से नहीं, ज़हन से लड़ा जाएगा। और मैं तेरी हर सोच पहले ही पढ़ चुका हूँ।"मेरे भाई
आरव (धीरे से):
"अगर तुझे लगता है तू मेरी सोच बन गया है…
तो मैं अपनी सोच बदल सकता हु ,,
बहुत दिनों तक दोनों पर नजर रखने के बाद आखिरी फैसला लिया गया ,
RAW को अब दोनों को अलग-अलग फील्ड मिशन पर भेजना पड़ेगा —
ताकि असली और नकली में फर्क किया जा सके,
क्योंकि "एक वक्त आएगा जब दोनों में से कोई एक नहीं लौटेगा।”
क्लोन को भेजा जाता है दिल्ली में एक हाई-लेवल मिशन पर।
– असली आरव को लद्दाख के पुराने बेस में भेजा जाता है जहाँ MIRROR प्रोजेक्ट शुरू होना था ।
वहीं दूसरी तरफ रंधावा ने एक खास कोड डेवलपमेंट किया ,जिससे पता चला सकता की इसके पीछे कौन है ।
अब आगे क्या होगा ??? क्या नकली पकड़ा जाएगा या फिर असली आरव का ही वो हिस्सा है जो कही छूट गया ,,
लेखक भगवत सिंह नरूका ✍️