Quotes by dip in Bitesapp read free

dip

dip

@knrooh


kuldip Singh
- dip®️

kuldip Singh
- dip®️

🧑‍🍼राज कुमार🧑‍🍼

ओ मेरे राज कुमार
तेरे बिन अब रहा न जाए।
याद तेरी पल पल तड़पाए,
दिल में मेरे जख्म कर जाए
रहा न जाए ,अब रहा न जाए
ओ मेरे......
हर पल याद तुझे मैं करूं,
सांसों में मेरे तुझे मैं भरूं ,
भुलू कैसे जरा तू बताएं ,
ओ मेरे......
देकर पल भर की खुशियां ,
उम्र भर का गम दे गया,
उम्र भर की खुशियां तु संग ले गया,
क्या कहें ,अब रहा न जाए,
ओ मेरे .....
मां तेरी तुझको हर रोज पुकारे,
रो-रो पगली तेरे कपड़े निहारे,
बाप तेरा बड़ा समझें ,
कुछ भी अब समझ ना आए,
ओ मेरे.....
हमें जरा सी नींद क्या आई ,
तूमने तो मोड़ लिए हमसे अपनी परछाई,
रूह तेरी हमसे कर गयी जुदाई,
अब तुझको हम कही देख ना पाए , ओ मेरे.....
जाना ही था तो तू क्यों था आया, अपना हमें फिर क्यों बनाया,
अब हम किसी को अपना ना बनाए,
ओ मेरे राज कुमार,
तेरे बिन अब रहा न जाए.....

Read More

kuldip Singh
- dip®️

📝मोहब्बत है मेरी 📝

मेहनत है मेरी या किस्मत है मेरी ,
यार कुछ भी कह ले,
ए दोस्त -पर यह हिम्मत है मेरी।
याद रखना मेरी यह बात सदा ए दोस्त ,
अगर सरजमीं तेरी ,तो जन्नत है मेरी ।
इस तरह गुस्सा तू हो ना मुझसे ,
ए दोस्त मुस्कुराना -आदत है मेरी।
आंखों में ख्वाब चुन-चुन के सजाना,
घर बसाना, हाय ! ए दोस्त -आदत है मेरी।
मेरा काम है बस कोशिश करते रहना,
मिलना या ना मिलाना ए दोस्त -किस्मत है मेरी।
डरकर जीना मैंने ना सीखा कभी,
सिर उठा कर चलना, ए दोस्त- फितरत है मेरी।
सिर झुकाता है अगर किसी के आगे दीप का,
और कुछ नहीं, ए दोस्त - मोहब्बत है मेरी.... यह.. मोहब्बत है मेरी...

सरजमीं -- भूमि, देश या क्षेत्र
फितरत -- स्वभाव

Read More

kuldip Singh
- dip®️

kuldip Singh
- dip®️

कोई बात नहीं...

कोई बात नहीं ,
तुम जो पास नहीं ...
हमसे पूछो क्या होता है,
पल पल बिताना,
बड़ा मुश्किल होता है ,
इस दिल को समझाना ,
ए जिंदगी तू बीती ही जाएगी,
बड़ा मुश्किल है, बीते हुए पलों को भुलाना...
तुम जो पास नहीं ,तो कोई बात नहीं...

कोई बात नहीं.....
क्या हुआ जो तुम पास नहीं...
शिकवा नहीं तुमसे कोई,
क्योंकि तुम मुझसे दूर हो ...
पर मेरी रूह से नहीं...
बात बस इतनी सी...
तुम जो पास नहीं, तो कोई बात नहीं...

Read More

- dip®️

❤️ इश्क का सिंगार ❤️

इश्क का सिंगार
१. नैनों में तेरे दीद का ,सिंगार कर लूं...
जिऊं तेरे हुक्म में ,दूर हंकार कर लूं।
2. सिख जाऊं जीना, जिंदगी दूसरों के लिए,
बस इतना सा, प्रेम का व्यापार कर लूं...
इतनी सद्बुद्धि बख्शी ,मेरे सांइयां ..
के तेरी सृष्टि के साथ ,बेवजह प्यार कर लूं ।
3. रूत पतझड़ की आकर, कर दे पतन बहार का...
द्वारा भी फूल खिलेंगे ,इंतजार कर लूं।
सपने संजोए बैठा हूं, तेरे दीद के लिए ..
.पलके बिछा के नैनो को, बेकरार कर लूं ।
4. बेवजह बातों में गुजर गई, यह आधी जिंदगी ,
चल अब तेरे इश्क का, सिंगार कर लूं...
5. इस दीप नादान पर ,कर ऐसी मेहर रहिबर,
रूहू पर तेरे इश्क का, सिंगार कर लूं....


दीद- दर्शन
रहिबर - परमात्मा

Read More