65
खून
जिस तरह उन तीनों के भाव उस आदमी को देखकर बदल गए, वह आदमी भी उन्हें हैरानी से देखा रहा है क्योंकि वो कोई और नहीं बल्कि अमित सिंघल है। अब अश्विन को याद आया कि उसने माया और शनाया को अमित सिघंल की शादी के बारे में बात करते सुना था। अमित सिंघल उनके करीब आकर थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए बोला,
“तुम लोग यहाँ क्या कर रहें हो?”
“क्यों सिर्फ तेरी ही शादी हो सकती है ।“ अश्विन ने उसी के मूड़ में उसे जवाब दिया।
“बिना नौकरी के कौन सी लड़की तुझे घास डाल रही है,” अब इससे पहले अश्विन कुछ कहता अनुज ने बीच में उसे टोकते हुए कहा, “ चल यार!! दो रूम ही मिले हैं, कोमल, सान्या के साथ रह लेंगी और मैं और तू एक साथ रह लेंगे।“ अब वो लोग जाने लगें तो अमित ने अश्विन को घूरते हुए कहा, “ मेरी बहन से दूर रहियों।“ “यह बात तू अपनी बहन को समझा दियो, उसे ही आग लगी रहती है” अश्विन की बात सुनकर अमित की त्योरियाँ चढ़ गई और अनुज उसे खींचते हुए वहाँ से ले गया। अब कोमल और सान्या एक रूम में चले गए और अश्विन गुस्से में अपने बैग को बिस्तर पर फेंकते हुए बोला, “यह कोई इत्तिफ़ाक़ नहीं हो सकता। यह सिंघल भी यहाँ और सम्राट भी यहाँ। “हम्म! वहीं मैं सोच रहा हूँ पर तू ज़रा अपने गुस्से पर काबू रख, वरना बना-बनाया खेल बिगड़ने वाला है और हो सकता है कि यह रिसोर्ट अमित ने अपनी शादी के लिए ही चुना हो क्योंकि इसका तो सम्राट से कोई लेना-देना नहीं है और ना ही माया का कुछ है, जिसका है, वह अभी इंडिया आई नहीं और तूने ही कहा था कि शनाया को भी पता नहीं कि सम्राट कहाँ रहता है।“ “अब यह क्या खिचड़ी पक रही है यह तो देखना पड़ेगा पर इस दफा हम नाकाम होना अफ़्फोर्ड नहीं कर सकतें।“
कुछ देर बाद रिसोर्ट में इतना शोर शराबा हुआ कि लगभग सभी गेस्ट अपने रूम से बाहर आकर देखने लगे और उन्होंने देखा कि राजीव और रेहान में मारपीट हो रही है, अब समर ने उन्हें रोकते हुए कहा,
“यार यहाँ शादी का माहौल है और तुम इस तरह लड़ रहें हो।“
“पहले लड़ाई इसने शुरू की थी,” राजीव ने गुस्से में ज़वाब दिया तो वहीं रेहान भी उस पर चिल्लाता हुआ बोला, “यह रेवा के बारे में बकवास कर रहा था और अगर कोई भी उसे कुछ बोलेगा तो मैं उसे जान से मार दूँगा ।“
“अच्छा तो फिर तू बच जायेगा, तुझे पता नहीं कि मैं कौन हूँ।“ राजीव ने रौब दिखाते हुए कहा तो रेहान बोला, “जा! जा!, अब इससे पहले बात और बढ़ती अमित ने बीच में पड़ते हुए कहा, “अगर आप लोगों को झगड़ा करना है तो आप यहाँ से जा सकतें हैं, समझें।“ अब दोनों थोड़ा शांत हुए तो अश्विन अनुज को देखकर कहने लगा, “ हमें भी पता करना है कि यह कौन है, “ उसकी बात सुनकर अनुज ने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं किसी भी तरह इसके कमरे में जाने का कोई इंतजाम करता हूँ।“ अब अश्विन और अनुज जाने ही लगें थे कि एक बहुत प्यारी आवाज ने अमित को पुकारते हुए कहा, “अमित, यह शोर कैसा था? “ “कुछ नहीं जान, दो नमूने लड़ रहें थें, लगता है, इनकी वजह से तुम्हारी नींद खराब हो गई।“ अमित ने उस लड़की को गले लगाते हुए कहा। अश्विन को वह आवाज़ जानी-पहचानी लगी तो उसने पीछे मुड़कर देखा तो उसकी आँखों को यकीन नहीं हुआ, वह अपनी जगह पर ही जम गया। अनुज ने उसे ऐसे देखा तो उसकी नज़रों का पीछा किया तो उसकी भी हैरान होने की कोई सीमा नहीं रही। अब वह लड़की भी अश्विन को देख चुकी है, उसके चेहरे पर वहीं भाव है जो अश्विन के चेहरे पर है, अब अश्विन के मुँह से धीरे से निकला, “ईशा !!!!!” अनुज ने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा, “यार!!! ईशा ज़िंदा है।“ “अनुज मैं कोई सपना तो नहीं देख रहा?” “ नहीं यार!! ईशा ही है।“ अब अमित ईशा का हाथ पकड़कर उसे वहाँ से ले गया, मगर जाते-जाते भी ईशा ने मुड़कर अश्विन को देखा तो उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई पर यह सोचकर कि ईशा अमित सिंघल के साथ है, उसके तन-बदन में आग लगने लगी।
रात का वक्त है, सब डिनर करकर अपने रूम में आराम कर रहें हैं। कोमल ने पैरों पर कोल्डक्रीम लगाती सान्या को देखते हुए कहा,
“सुनो ! अश्विन की एक्स गर्लफ्रेड ईशा भी इसी रिसोर्ट में शादी कर रही है, इससे तुम्हें कोई फर्क तो नहीं पड़ता ना ?”
“नहीं कोमल जी, मुझे क्या फर्क पड़ता है, वह उनका पास्ट था ।“ सान्या ने बेफिक्री से ज़वाब दिया।
“वैसे ईशा को भी कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि वह मुझे, अनुज और यहाँ तक कि अश्विन को ऐसे देख रही है कि जैसे जानती ही ना हो।“ कोमल ने मुँह बनाते हुए जवाब दिया और सान्या बेड पर लेटते हुए बोली, “गुडनाइट कोमल जी।“ अब कोमल ने भी मुस्कुराते हुए लाइट बंद की और बेड के दूसरे छोर की तरफ लेटती हुई सान्या से पूछने लगी, “क्या तुम्हें कभी अश्विन ने ईशा के बारे में बताया था? “ “सान्या ने आँख बंद करते हुए कहा, “मैंने ही कभी कुछ नहीं पूछा, अच्छा मुझे नींद आ रही है।“ यह कहकर उसने बात वहीं खत्म कर दी और कोमल सोचने लगी कि “पता नहीं अब क्या होने वाला है!!!।“
अश्विन को बेचैनी से रूम में घूमते देख अनुज ने कहा, “जाकर उससे बात कर,” “ पर कैसे ? वो सिंघल साए की तरह उससे चिपका हुआ है।“ यह कहते हुए अश्विन ने खुनस में अपने बालों में हाथ फेरा। “अब यह तेरी प्रॉब्लम है।“ अनुज ने हँसते हुए कहा तो अश्विन चिढ़कर रूम से निकला और देखा कि ईशा रिसोर्ट के पिछले हिस्से की तरफ जा रहीं है। यह देखकर वह भी बड़ी सावधानी से आसपास देखता हुआ उसके पीछे जाने लगा।
सुबह से रेवा नंदिश का पीछा कर रही है क्योंकि उसे संदेह है कि यह कुछ न कुछ गड़बड़ करने वाला है। दस बजे से नंदिश कई जगह घूमकर एक छोटे से बाजार की तरफ जाने लगा तो रेवा भी बड़ी सतर्कता से उसके पीछे जाने लगी । अब उसने देखा कि वह एक जगह छुपकर छोटी सी शॉप में बैठे लड़के को देख रहा है, रेवा ने उस लड़के को गौर से देखा तो उसे याद आया कि यह लड़का कोई और नहीं बल्कि वहीं है, जिसके प्रोफाइल का लिंक रेवा ने नंदिश की लैपटॉप हिस्ट्री चेक करने पर देखा था। “यह इस लड़के के साथ क्या करने वाला है ।“ रेवा ने सोचते हुए कहा । अब थोड़ी देर बाद उस लड़के ने दुकान बंद की और वह जाने लगा तो नंदिश उसके पीछे-पीछे चलने लगा और फिर उसके पीछा रेवा भी हो ली। अब वह लड़का एक पहाड़ी रास्ते से होता हुआ एक कॉटेज के अंदर गया और दरवाजा बंद कर दिया। अब नंदिश ने कॉटेज का दरवाजा खटखटाया और जैसे ही उस लड़के ने दरवाजा खोला नंदिश उसे धक्का देते हुए अंदर ले गया। रेवा ने अब बिना देर किए खिड़की से अंदर का नज़ारा देखा तो उसके हाथ-पैर काँपने लगे और उसका गला सूखने लगा।