हैलो दोस्तो!!!!
"बस ऐसे ही मेरी और नियु की दोस्ती की शुरुआत होने वाली थी एक दूसरे से बात करने के लिये तो हम दोनों तरसते थे लेकिन कोन पहले बोले कोन पहले आके बात करे बस यही उलझन थी अब मे ये सोच ता था की वो पागल इतनी प्यारी हरकते करती है मुझसे बात करने के लिये तो एक और बार मुझे आके सीधा बात नही कर सकती क्या ? ऐसा मे सोचता था की ये कब मुझसे आके बात करेगी ये मे अपने आप से ही सारी एक तर्फी बातें करता रहता था कई बार क्लास मे अकेला अकेला युही उसकी और से खुद से बात करके हशने लगता था तब मेरे दोस्त मुझे देख कर हसने लगते थे और केहते थे की लड़की का चक्कर है बाबू भैया...तब मे कहता था की नही नही ऐसा कुछ भी तो नही लेकिन फिर भी ये नियु मुझसे बात करने की कोशिस ही नही कर रही थी ।
एक बार तो मेने उसे एक सिग्नल भी दिया था मेने पहली बेंच पर बैठना ही बंध कर दिया था नियु के लिये मेने अपनी बेंच चेंज कर ली थी मे पीछे बेठे ने लगा था मे एक ऐसी बेंच पर बैठा की उसको मेरा फेस थोड़ा सा दिखे और मेभी पीछे नजर घुमाउ तो मेरी नजर भी उसपे पड़े ऐसे ही नजरो से नजरे मिलाने का खेल शुरू होने लगा था लेकिन ये मेरा एक तरफा ही प्यार था प्यार तो अभी से कहाँ लेकिन एक अजीब सी फीलिंग थी जो कोई नही समज सकता और नाही मे आपको समझा सकता हु वो तो अनुभव करने से ही मिलती है चलो ये तो हुई मेरी और से एक तर्फी बाते चलो अब हम नियु की और से क्या चल रहा है जानते है ।
"नियु की और से,, '' ओ...ये...हो..ये...आपका इशारा मे समज ही गई आप पीछे वाली बेंच पर आके क्यु बैठे ये आप भी मुझसे बात करना चाहते है लेकिन इतनी आसानी से मे बात नही करूँगी मुझे भी आप से बात करनी है लेकिन जो आपने मुझे कॉलेज के तीन सेमीस्टर तक तड़पाय उसकी भरपाई के लिये मुझे तीन घंटे तक तो कम से कम बात बिल्कुल भी नही करनी है और वो तीन घंटे मे दिन के नही रात के ही पसंद करूँगी क्युकी मुझे आपको इग्नोर करना बिल्कुल भी नही अच्छा लगता है लेकिन वईट.. वईट.... रुको रुको मे युवी को आप आप क्यु कर रही हु अभी से सादी वाली रिस्पेक्ट क्यु दे रही हु ये मेरे साथ क्या हो रहा है क्यु हो रहा है ??? प्यार का एहसास कितना प्यारा है मुझे तो बहुत ही पसंद आया ।
"हु मे जहा तुम हो वहा तुम बिन नही है कुछ यहाँ, मुझे मे धड़कते हो तुम्ही तुम दूर मुझसे हो कहाँ तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मन मीत हो कान्हा मेरे मन मीत हो । "
मुझे तो पका पता ही था की ये सीधा साधा लड़का मुझसे पहले बात नही करेगा लेकिन मे ज्यादा इंतेजार भी तो नही कर सकती कितने दिनो के बाद ही तो वो मुझसे बात करने की कोशिस कर रहा है लेकिन फिर भी थोड़ा तो सताने का हक तो मेरा भी बनता है मे थोड़ा बहुत तो युवी को तड़पाउँगी ही ये मेरा हक है ।
कॉलेज के बाद मे घर पे आ गई और बड़ी ही अच्छी प्लानिंग बनाई की मेरे हीरो को मे केसे तड़पाउँगी मुझे तो पका ही पता था की वो मुझसे फेस टू फेस तो बिल्कुल भी बात नही कर पायेंगे लेकिन एक बार बात हो जायेगी तो वो मुझे बोलने ही नही देगा वो भी मुझे अच्छे से मालूम था क्युकी जो शांत और सीधे लड़के होते है जो चुप चुप रहते है वो अगर बात करने लग जाये तो मु पर सेलोटेप लगाने पर भी ये चुप रहने वाला नही है इस लिये जब तक अच्छे से दोस्ती ना हो जाये तब तक के लिये तो उसके मजे लेने जरूरी थे ।
अब युवी की और से, " देख लिया ना आपने दोस्तो ये मैडम जी अब मुझे तड़पाने की प्लानिंग कर रही थी मे क्लास मे पीछे वाली बेंच पर बैठ ता था फिर भी वो मुझे भाव नही दे रही थी जब बेंच पर से जान बुच कर पेन गिरा देता था जिससे मे बेंच के नीचे पेन उठाने के लिये मुडू और नियु को देख सकु लेकिन वाह वाह वो तो अपना क्यूट सा फेस किताबो मे घूसाइ रखती थी ये देख लो जो कभी बुक्स को देखती तक नही थी वो मुझे इग्नोर कर के बुक्स को देख रही थी उसकी किताबो से प्यार करने वाली हरकत से तो मुझे यु जलन हो रही थी की अभी उसकी किताब छीन लू और मेरे सामने एक घंटा बिठा कर मुझे देखने की सजा सुना दु लेकिन ऐसा सिर्फ मेरे मन मे ही हो सकता था रियल मे तो मेने अभी उसके साथ बात ही कहाँ की थी ।
"मे यु तड़पता रहा और वो मुझे तड़पाती रही लेकिन ये एहसास भी बहुत प्यारा था क्लास की ये शरारते सोच सोच के मुझे तो रात मे नींद भी नही आती थी कब ये रात खत्म हो और मे फिर से क्लास मे जाऊँ और उसके साथ ये इशारों वाली मस्ती करू जब रविवार आता था तब तो मुझे एक साल जैसा लगता था बड़ी ही मुश्किल से मे ये छुटिया निकालता था । " मुझे पता ही था की वो मुझे तड़पा के खुद भी तड़पती है लेकिन अभी थोड़ी देर थी हमारी दोस्ती होने मे अभी देर थी लेकिन दोस्ती से पहले तो मेरे ही क्लास मे मेरी एक प्यारी सी बहेन बन गई थी मेरी बहन की CCTV की तो बात ही क्या करू यहाँ पे मे चुपके से मुसुकुराता और वहा पे नियु मुस्कुराती फिर भी उसे पता चल ही जाता की मेरा प्यारा सा भाई नियु के बारे मे सोच कर ही मुस्कुरा रहा है ।
हमारी एक दूसरे को मिलने की इस तड़प को मेरी प्यारी बहेन ने मिटा दि और हमारी दोस्ती केसे करवाई वो हम आगे के पार्ट मे जानेंगे ।
!! चलो दोस्तो चलता हु आगे की कहाँनी मे फिर से आपसे मिलता हूँ तब तक के लिये आप अपना ख्याल रखे !!