Raat ki Rani - 1 in Hindi Crime Stories by Vijay Sharma Erry books and stories PDF | रात की रानी - भाग 1

Featured Books
Categories
Share

रात की रानी - भाग 1

यह रही एक थ्रिलर-सस्पेंस कहानी जिसका शीर्षक है:;रात की रानी: एक रहस्यपूर्ण प्रेम कथा✍️ Vijay Sharma Erryभाग-1: अनाथ और अजनबीराजवीर, एक बीस साल का खूबसूरत लेकिन गरीब अनाथ लड़का, अमावसपुर कस्बे की तंग गलियों में जीवन गुजारता था। उसे अपने माता-पिता की कोई याद नहीं थी। एक बूढ़ी महिला 'चाची जानकी' ने उसे पाल-पोसकर बड़ा किया था। वह न तो पढ़ा-लिखा था और न ही किसी काम में स्थायी था। दिन भर छोटा-मोटा काम करता और रात को वहीं फुटपाथ पर सो जाता।लेकिन एक रात उसके साथ कुछ ऐसा हुआ जिसने उसकी पूरी जिंदगी बदल दी।रात के ठीक 11 बजे, उसे जोर की बेचैनी महसूस हुई। उसकी हड्डियों में दर्द होने लगा, चेहरा गर्म हो गया, और फिर धीरे-धीरे उसकी आँखों के सामने सब कुछ धुंधला हो गया।जब उसे होश आया, वह खुद को एक अत्यंत सुंदर लड़की के रूप में देख रहा था — गुलाबी होंठ, घुंघराले बाल, और आँखों में अजीब सी चमक। उसके कपड़े भी किसी रहस्यमयी तरीके से बदल चुके थे — लाल साड़ी, भारी झुमके, और पैरों में पायल।भाग-2: रात की रानीराजवीर अब जान चुका था कि हर रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक वह एक लड़की में बदल जाता है। पहले तो वह डर गया, खुद को भगवान का शाप मान बैठा। परंतु धीरे-धीरे उसने इस बदलाव को स्वीकार किया। लेकिन सवाल ये था — अब वह अपनी दोहरी ज़िन्दगी कैसे जिए?एक दिन, रात में वह शहर के पॉश इलाके में गया, जहाँ अक्सर धनी लेकिन 'धड़की' लोग रात में शराब और ऐय्याशी में मस्त रहते थे। वहीं उसने देखा, एक गाड़ी में बैठा नेता भूपेंद्र — शहर का सबसे भ्रष्ट और स्त्रियों का शोषण करने वाला आदमी।राजवीर ने पहली बार अपना रूप और सुंदरता का उपयोग कर उसे बहकाया और उसके घर तक पहुंच गई। और फिर... सारा पैसा, नक़दी, घड़ियाँ और गोपनीय दस्तावेज लेकर चुपचाप गायब हो गई।यहीं से जन्म हुआ — रात की रानी; का। वह अब हर रात किसी एक भ्रष्ट और स्त्रीभक्षी अमीर को अपना निशाना बनाती, और उनके अवैध धन को लूटकर कुछ हिस्सा गरीबों में बांट देती।भाग-3: मोहब्बत की दस्तकएक दिन राजवीर, दिन में काम की तलाश में शहर के पुरानी किताबों की दुकान पर गया। वहाँ उसकी नज़र एक लड़की पर पड़ी — आहना, नीली चूड़ीदार सूट में, आँखों में गहराई और मुस्कान में जादू। वह एक शिक्षिका थी और बच्चों को मुफ्त पढ़ाती थी।राजवीर को पहली ही नजर में उससे प्यार हो गया। वह अक्सर किताबों का बहाना बनाकर उससे बात करता। आहना को भी राजवीर का भोला और सच्चा स्वभाव अच्छा लगने लगा।पर राजवीर के दिल में एक तूफान चल रहा था —क्या वह आहना को अपनी सच्चाई बता सकता है?अगर उसे पता चले कि मैं रात को लड़की बन जाता हूँ और अमीरों को लूटता हूँ, तो क्या वह मुझे स्वीकारेगी?भाग-4: शक की सुईअब शहर में चर्चाएं होने लगी थीं —एक रहस्यमयी सुंदर औरत रात में अमीरों को लूट रही है...कई कैमरे उसकी तस्वीर नहीं ले पा रहे...;कहते हैं उसकी चाल में ऐसा जादू है कि मर्द खुद फंस जाते हैं...पुलिस इंस्पेक्टर आर्यन को यह केस सौंपा गया। वह बहुत चालाक और ईमानदार अफसर था।उसने ध्यान दिया कि जिन-जिन पुरुषों को लूटा गया, वे सभी समाज के लिए घातक थे। उसने अनुमान लगाया कि यह कोई व्यक्तिगत बदला नहीं, कोई बड़ा रहस्य है।उधर, राजवीर का आहना से प्रेम और गहरा होता जा रहा था। लेकिन अब वो खुद से डरने लगा था।भाग-5: दो ज़िंदगी, एक सचएक रात, राजवीर ने ठान लिया कि अब चोरी नहीं करेगा। वह सीधे आहना से मिलने गया और सब कुछ बता देने की योजना बनाई।आहना... वह बोला, ;मेरे अंदर एक रहस्य है जो शायद तुम कभी समझ न सको। पर तुम्हारा जानना जरूरी है।;क्या राजवीर?आहना ने हैरानी से पूछा।पर राजवीर बोल ही रहा था कि अचानक उसकी घड़ी में 10:59 बजे का समय आया। उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया। बाहर से चीखें आईं, दर्द भरी।आहना दरवाजा तोड़कर अंदर आई — सामने एक सुंदर लड़की खड़ी थी, लाल साड़ी में।;तुम कौन हो? राजवीर कहां है?; आहना चिल्लाई।लड़की बोली, मैं ही राजवीर हूँ... मेरी किस्मत हर रात मुझे बदल देती है...भाग-6: मोहब्बत या डर?आहना कुछ पल चुप रही... फिर बोली, क्या तुम मेरे साथ ईमानदार रहोगे?;राजवीर (लड़की के रूप में) की आँखों से आँसू बहने लगे, ;मैंने कभी किसी निर्दोष को नुकसान नहीं पहुँचाया... मैंने सिर्फ उन्हें लूटा जो दूसरों की इज्जत और हक छीनते थे।;आहना ने उसकी आँखों में देखा... और कहा, अगर तुम सच में बदलना चाहते हो... तो मैं तुम्हारा साथ दूंगी।;भाग-7: जाल और जंगइंस्पेक्टर आर्यन को भी कुछ सुराग मिल गए थे — एक गुप्त कैमरे में उस रात की रानी की परछाईं मिली थी, और उसका पीछा करते-करते वो राजवीर के कमरे तक पहुंचा।एक रात, उसने जाल बिछाया। जैसे ही घड़ी में 11 बजे, राजवीर फिर से लड़की में बदल गया और बाहर निकलने लगा।लेकिन आहना पहले ही सब समझ चुकी थी। वह इंस्पेक्टर के पास पहुंची और बोली:"अगर आप वाकई इंसाफ करना चाहते हैं, तो उसे गिरफ्तार करें जो लड़कियों का शोषण करते हैं... न कि उसे, जो एक अभिशाप के साथ जी रहा है।आर्यन ने कुछ पल सोचा, फिर बोला —;मुझे उसका रहस्य जानना था... अब जान चुका हूँ। पर जब तक वह दोबारा चोरी नहीं करता, मैं कुछ नहीं करूँगा।भाग-8: आखिरी बदलावएक रात, राजवीर फिर बदला, लेकिन इस बार उसकी आँखों से चमक गायब थी। अब वह इस दोहरे जीवन से थक चुका था।उसने एक आखिरी काम किया — शहर के सबसे बड़े मानव तस्करी रैकेट के सरगना विक्रम से भिड़ गया। विक्रम को बेनकाब कर दिया और उसके पूरे नेटवर्क को आहना और आर्यन की मदद से उजागर किया।विक्रम गिरफ्तार हो गया।सुबह के 5 बजे, पहली बार राजवीर वापस लड़के के रूप में नहीं बदला। वह अब हमेशा के लिए वही लड़की रह गया — एक रहस्यमयी, लेकिन शक्तिशाली रूप में।भाग-9: एक नई शुरुआतआहना ने उसे अपनाया — न किसी नाम से, न किसी लिंग से — बस एक इंसान; के रूप में।अब वह दोनों मिलकर लड़कियों के अधिकार और सुरक्षा के लिए एक NGO चलाते हैं — ;रात की रानी फाउंडेशन।राजवीर, अब 'रावी', समाज के लिए वह आईना बन गई है जिसमें कोई भी देख सकता है कि बदलाव भले मजबूरी से आए, पर इंसानियत हमेशा चुनाव से आती है।गीत की पंक्तियाँ (समापन पर):🎵;जो रातों की चुप्पी में जागे,वही सवेरा बनते हैं कभी।जिनके सीने में राज़ दबे हों,वो ही सच के दूत बनते हैं अभी...