आदित्य: - मोनिका मेरी बात सुनो । हेलो , हेलो । मोनिका ।
मोनिका :- देखो आदित्य, मैं जानती हूँ के तुम मुझसे बहोत प्यार करते हो । पर एक बार सोचो सिर्फ प्यार से घर नही चलता , सपने पुरे नही होते । इसके लिए पैसा चाहिए । जहां पैसा है वहीं सब कुछ है । और तुम तो जानते हो के तुम मेरे शौक पुरे नही कर सकते , इसिलिए इसे यही पर खतम करते है । बॉय ।
इतना बोलकर मोनिका फोन को काट देता है । आदित्य फोन पर मोनिका मोनिका पुकारता है और मोनिका फोन कट कर देती है । आदित्य बहोत परेशान हो जाता है आदित्य मोनिका को बहोत प्यार करता है उसे समझ मे नही आता के वो मोनिका के अलावा कैसै रहेगा । तभी आदित्य मोनिका के घर जाने का फैसला करता है और वहां से मोनिका के घर की और निकल जाता है ।
इधर अशोक विकाश के घर पर पहूँच जाता है । अशोक अपनी कार विकाश के घर के बाहर पार्क करता है और गुस्से से विकाश के घरके अंदर चला जाता है ।
अशोक जैसे ही विकाश के घर के अदर जाता है । अशोक दैखता है के विकाश अर्ध नग्न अवस्था नशे मे धुत्त था और उसके साथ दौ और लड़कियां थी जो विकास के साथ चिपके हूए थी ।
विकाश अशोक को दैखकर हैरान हो जाता है । विकाश उन दोनो लड़कियो को अपने से दुर करता है और हाथ जोड़कर अशोक की और आता है ।
विकास : - अरे ससुर जी आईए आईए । आप अचानक यहां क्यों चले आए । मुझे बुला लिया होता । मैं आपके पास चला आता । वो क्या है ना अपने होने वाले दामाद को इस अवस्था मे दैखकर आपको बुरा लगेगा ना । इसिलिए अगर आप मुझे पहले बता देते तो मैं ये सब बाद मे करता । खैर जब आ ही गए है तो अब क्या शर्माना । (विकाश उन दोनो लड़कियो से कहता है । ) अरे सुनो । ये मेरे होने वाले ससुर जी है । मैं चेंज करके आता हूँ तब तक तुम लोग इनका अच्छे से ख्याल रखो ।
मैं अभी आता हूँ ठिक है ससुर जी ।
विकास की बात पर अशोक गुस्सा होकर कहता है ।
अशोक :- मैं ये तो जानता था के तुम एक बदतमीज लड़के हो पर ये नही जानता था के तुम्हें बड़े से बात करने की भी तमीज नही है । तुम निहायती घटिया टाईप के इंसान हो ।
विकास :- अरे ससुर जी ।
अशोक :- मांइड योर लेंगवेज । मैं तुम्हारा कोई ससुर नही हो और ना ही तुम मेरे जमाई । तुम जो चाहे करो मुझे कोई फर्क नही पड़ता । मैं तो तुम्हें बस ये बताने के लिए आया हूँ के आज के बाद ना तो तुम मेरी बेटी से मिलोगे और ना ही बात करोगे ।
इतना बोलकर अशोक वहां से जाने लगता है के तभी विकास कहता है ।
विकास: - ये बात आपने अपनी बेटी को बताई । वो मान गई क्या ।
हा हा हा हा । क्या सर , मैं तबसे आपको ससुर जी ससुर जी करके इज्जत दे रहा हूँ और आप है के मुझे घटिया , बदतमीज और ना जाने क्या क्या बोल रहे हो । चलिए जब आपको मैं पंसद ही नही हूँ तो आपको सारा सच बता ही देता हूँ । मैं आपके बेटी से कोई प्यार व्यार नही करता हूँ । वो तो वही जानवी है जो मेरे पिछे पागल है । जानु जानु करके मेरे पिछे पिछे आती है । मुझे तो बस पैसे से प्यार है । अब देखिए ना मैं ये जो मौज मस्ती कर रहा हूँ वो किसका पैसा है । आपका ससुर जी । बस मुझे एक झुट बोलना पड़ता है । बेबी मेरा काम सही नही चल रहा है । मेरी माँ की तबीयत बहोत खराब है । बस फिर क्या जानवी पैसो की बरसात कर देती है ।
इतना सुनकर अशोक हैरान हो जाता है ।
अशोक :- हरामखोर तुम्हे शर्म नही आती ऐसे एक भोली लड़की को फसाकर उसे धोका दे रहे हो ।
विकास :- शर्म कैसा ससुर जी । ये मेरा हुनर है । आप चाहो तो आप इन लड़कियो के साथ कुछ भी कर सकते हो । आपके ही पैसे से आई है । आईए ना शर्माईए मत ।
विकास अशोक का हाथ पकड़कर जैसै ही आगे बड़ता है अशोक विकाश के गाल पर एक जौरदार थप्पड़ जड़ देता है ।
अशोक :- हरामजादे तेरी ये हिम्मत ।
तभी वहां विकाश का फोन रिंग होता है । विकास फोन की और दैखता है और हंसने लगता है । क्योंकि उसके फोन पर जानवी का फोन आया था ।
विकास :- ये देखिए । आपकी लाडली बेटी जानवी का कॉल आया है ।
इतना बोलकर विकाश फोन रिसिव करता है और फोन को स्पिकर मे डालता है ।
विकास :- हाई बेबी । क्या बात है , मैं अभी तुम्हारे ही बारे मे सौच रहा था । और दैखो तुमने कॉल कर दिया ।
जानवी :- I know baby . that's why i love you so much. जान एक प्रॉब्लम है । मुझे तुमसे कुछ बात करनी है ।
विकास :- क्या हूआ बेबी । कुछ बात है तो बोलो ना ।
जानवी :- वो आज मेरे पापा से मेरी थोड़ी बहस हो गई ।
विकास: - किस बात का बहस बेबी ?
जानवी :- वो मेरे लिए कोई लड़का दैख रहे है । और कह रहे है के मैं उससे शादी कर लूं ।
विकास बहोत ही मासुमियत से कहता है ।
विकास: - दैखो जानवी ये तुम्हारे घर का मामला है , मैं इसमे क्या बोलू ।
जानवी :- ओ विकास तुम कितने अच्छे हो । और मेरे पापा कहते है के तुम मुझसे नही मेरे दौलत से प्यार करते हो । वो तुम्हें कभी समझ नही पाएगे हमारे प्यार को । जब उन्होने मुझे ही कभी नही समझा तो तुम्हें क्या समझेगें ।
विकास: - नही जानवी । वो तुम्हारे पापा है । वो जो कुछ भी सौच रहे है , उसमे जरुर तुम्हारी कोई भलाई होगी ।
जानवी :- नही विकाश , मुझे सिर्फ तुम चाहिए । और कुछ नही । मैं अभी आ रही हूँ तुम्हारी पास हम आज ही शादी कर लेगे।
जानवी से इतना सुनकर अशोक हैरान था , जिस बेटी को अशोक ने इतने लाड प्यार से पाला था आज एक अनजान लड़के के लिए उसे बुरा बताना अशोक के दिल मे बहोत चोट पहूँचाया । तब विकाश जानवी से कहता है ।
विकास: - नही जानवी । अगर हम घर से भाग कर शादी करेगे । तो लोग मुझे ही गलत बताएगें के मैने ही पैसे के लालच मे तुम्हें भगाकर शादी कर लिया ।
जानवी :- मुझे किसी से कोई मतलब नही है । मुझे बस तुम चाहिए । उसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े । मेरे पापा को ही क्यों ना छोड़ना पड़े । मैं उन्हें भी छोड़ दूंगी ।
विकास: - "पर जानवी " ऐसे अचानक से कैसे जा पाउगां । कहां जाएगें क्या करेगें ?
जानवी :- वो सब तुम मुझ पर छोड़ दो । पापा ने मोरे अकाउंट मे 100 करोड़ रखे है । वो सब कब काम आएगें । इससे हम एक नई जिंदगी का शुरुआत करेगें । और इन सबसे दुर चले जाएगें । तुम मेरा एयरपोर्ट पर इंतजार करना मैं वहां पर तुम्हें 8 बचे मिलूंगी ।
"इतना बोलकर जानवी फोन काट देती है । अशोक ये सब सुनकर हैरान था । जिस बेटी को उसने इतना प्यार से पाला । आज उसी बेटी ने उसो छोड़ने का फैसला कर लिया । इशोक ये सब सौच ही रहा था के तभी विकास कहता है ।"